ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने देश की सेना को उच्चतम सतर्कता पर रखने का आदेश दिया है. यह निर्णय अमेरिका और इजरायल से संभावित हमले की आशंका के मद्देनजर लिया गया है. मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच यह कदम क्षेत्रीय सुरक्षा पर नई बहस छेड़ सकता है.
सेना को हाई अलर्ट का आदेश
खामेनेई ने सशस्त्र बलों को निर्देश दिया कि वे किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहें. सूत्रों के अनुसार, यह कदम हाल के दिनों में अमेरिका और इजरायल से मिल रही खुफिया रिपोर्ट्स के आधार पर उठाया गया है. ईरान का मानना है कि दोनों देश उसके परमाणु कार्यक्रम और क्षेत्रीय प्रभाव को निशाना बना सकते हैं. खामेनेई ने कहा, "हमें अपने दुश्मनों की हर चाल पर नजर रखनी होगी." यह बयान उनके सख्त रुख को दर्शाता है.
JUST IN: 🇮🇷 Iran's Supreme Leader Khamenei places military on high alert, citing fears of US and Israeli attack. pic.twitter.com/XZHR1Edqj9
— BRICS News (@BRICSinfo) April 6, 2025Also Read
मध्य पूर्व में तनाव
ईरान और अमेरिका-इजरायल के बीच तनाव कोई नई बात नहीं है, लेकिन हालिया घटनाएं इसे और गंभीर बना रही हैं. इजरायल द्वारा सीरिया में ईरानी ठिकानों पर हमले और अमेरिका की ओर से लगातार प्रतिबंधों ने ईरान को सतर्क कर दिया है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थिति युद्ध की ओर बढ़ सकती है, जिसका असर पूरे क्षेत्र पर पड़ेगा.
वैश्विक प्रतिक्रिया
ईरान के इस कदम पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर है. संयुक्त राष्ट्र और अन्य देशों ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है. हालांकि, खामेनेई का यह फैसला ईरान की रक्षा नीति में आक्रामकता का संकेत देता है. आने वाले दिनों में स्थिति पर नजर रखना जरूरी होगा.