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India Daily

गाजा पीस डील के बाद शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए कितने प्रबल दावेदार डोनाल्ड ट्रंप? कल होना है विजेता का ऐलान

इजरायल और हमास दोनों ही गाजा पीस डील पर राजी हो गए हैं. उनके राजी होने के साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शांति का नोबेल पुरस्कार मिलने को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
How strong is Donald Trump for the Nobel Peace Prize after the Gaza Peace Deal
Courtesy: x

Gaza Peace Deal: इजरायल और हमास अमेरिका की मध्यस्थता के बाद शांति समझौते के लिए राजी हो गए है. डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को सोशल मीडिया पोस्ट कर इसकी घोषणा की. मध्य पूर्व में शांति की आशा के बीच इस बात की फिर से चर्चा होने लगी है कि क्या अब डोनाल्ड ड्रंप को शांति का नोबेल पुरस्कार मिल सकता है?

बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप कई मंचों से इस बात की घोषणा कर चुके हैं कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम से लेकर करीब 6 से 7 युद्ध रुकवाए हैं, इसलिए वह शांति का नोबेल पुरस्कार पाने के हकदार है. 

इजरायल और पाकिस्तान दे चुके हैं समर्थन

इजरायल और पाकिस्तान समेत दुनियाभर के कई नेता ट्रंप को नोबेल पुरस्कार देने का समर्थन कर चुके हैं. अमेरिकी प्रतिनिधि क्लाउडिया चेनी ने अब्राहम संधि पर समझौता कराने के लेकर ट्रंप को नोबेल दिए जाने की वकालत की, हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि ट्रंप को इस बार शांति का नोबेल पुरस्कार मिलना लगभग असंभव है.

1 फरवरी थी डेडलाइन

बता दें कि नोबेल पुरस्कार के लिए नोमिनेशन फाइल करने की आखिरी तारीख 1 फरवरी थी. इसमें कोई दो राय नहीं कि डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध, इजरायल गाजा युद्ध को रोकने के भरसक प्रयास किये. इजरायल गाजा युद्ध को रुकवाने के लिए उन्होंने 20 सूत्रीय गाजा शांति प्लान भी बनाया और जिसपर हमास और इजरायल राजी भी हो गए लेकिन उसके बावजूद ट्रंप को नोबेल पुरस्कार मिलना लगभग असंभव है क्योंकि नोमिनेशन की डेडलाइन निकल गई है.