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हांगकांग की हाई-राइज बिल्डिंग में कैसे लगी इतनी भयानक आग जिसमें जलकर 94 जिंदगियां हो गईं राख, जानें A टू Z सब कुछ

हांगकांग के विशाल वांग फुक कोर्ट हाउसिंग एस्टेट में लगी भीषण आग ने 94 लोगों की जान ले ली. फिलहाल 279 लोग लापता हैं. इस अग्निकांड को दशकों का सबसे बड़ा हादसा बताया जा रहा है.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
fire in Hong Kong
Courtesy: @ani_digital

हांगकांग के ताई पो इलाके में स्थित वांग फुक कोर्ट हाउसिंग एस्टेट में बुधवार को लगी आग ने पूरे शहर को झकझोर दिया. करीब 4,000 से अधिक लोगों वाले इस विशाल परिसर में आग इतनी तेजी से फैली कि कई निवासी अपने फ्लैटों में ही फंस गए. आग की लपटें एक इमारत से दूसरी में छलांग लगाती रहीं, जिससे बचाव अभियान बेहद मुश्किल हो गया. फिलहाल कम से कम 94 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 70 लोग घायस हैं. इसके अलावा सैकड़ों की संख्या में लोग अब भी लापता हैं.

कैसे भड़की आग

फायर डिपार्टमेंट के अनुसार, आग की पहली सूचना दोपहर करीब 3 बजे वांग चेयोंग हाउस से मिली, जो 32 मंज़िला इमारत है और पूरे वांग फुक कोर्ट कॉम्प्लेक्स का हिस्सा है. यह परिसर मरम्मत कार्य के दौरान बांस की स्कैफोल्डिंग और नेटिंग से ढका हुआ था, जो आग लगने पर तेजी से जल उठा और आग को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया.

क्यों इतनी तेजी से फैली आग?

जब दमकल टीमें मौके पर पहुंचीं, तब तक स्कैफोल्डिंग और नेटिंग जलकर आग को ऊपर और बाहर की ओर ले जा चुकी थी. इसके कारण आग एक इमारत से दूसरी में फैल गई और देखते ही देखते सात टावर ब्लॉक्स इसकी चपेट में आ गए. इमारतों के बाहर लगे ज्वलनशील मटेरियल, खासकर खिड़कियों पर लगे पॉलीस्टाइरीन बोर्ड, आग के फैलाव में योगदान दे सकते हैं.

फंसे रह गए निवासी

आग लगने के बाद जो लोग बाहर निकल सके, उन्हें अस्थायी शेल्टर में भेज दिया गया लेकिन बड़ी संख्या में बुजुर्ग और बीमार लोग अपने फ्लैटों में फंस गए. कई स्थानों पर तापमान इतना अधिक था कि दमकलकर्मी जानते हुए भी अंदर नहीं जा सके कि लोग कहां फंसे हुए हैं. गिरता मलबा भी रेस्क्यू में बड़ी बाधा बना.

फिलहाल क्या हैं हालात

गुरुवार सुबह तक तीन इमारतों में आग पर काबू पा लिया गया, जबकि चार इमारतों में अभी भी छिटपुट आग दिखाई दे रही थी. हांगकांग के मुख्य कार्यकारी जॉन ली ने बताया कि ज्यादातर जगहों पर आग “लगभग नियंत्रण में” है. 279 लोगों का अब भी पता नहीं है और अधिकारी यह जांच रहे हैं कि इनमें कितने लोग अंदर फंसे थे.