'मैं मजाक कर रहा था....' बांग्लादेश में एक और हिंदू मजदूर की हत्या, साथी ने मारी गोली
बांग्लादेश से एक और हिंदू हत्या का मामला सामने आ रहा है. बांग्लादेश के मयमनसिंह जिले में एक कारखाने के अंदर सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात एक हिंदू कपड़ा मजदूर की उसके सहकर्मी ने गोली मारकर हत्या कर दी.
नई दिल्ली: बांग्लादेश से एक और हिंदू हत्या का मामला सामने आ रहा है. बांग्लादेश के मयमनसिंह जिले में एक कारखाने के अंदर सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात एक हिंदू कपड़ा मजदूर की उसके सहकर्मी ने गोली मारकर हत्या कर दी. पिछले दो हफ्तों में इस क्षेत्र में यह तीसरी हत्या की घटना हो गई है.
बता दें यह घटना सोमवार शाम करीब 6:45 बजे भालुका उपज़िला क्षेत्र में लबीब समूह की बताई जा रही है. मृतक हिंदू समुदाय से ताल्लुक रखता था, जिसकी पहचान बजेंद्र बिस्वास (42) के तौर पर हुई है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. ये घटना ऐसे समय में घटी जब बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा खतरे में है.
साथी ने मारी गोली
बता दें घटना 29 दिसंबर शाम करीब 06:45 बजे मेहराबारी इलाके में स्थित सुल्ताना स्वेटर्स लिमिटेड (लाबीब ग्रुप) के अंदर हुई. पुलिस के मुताबिक मृतक बजेंद्र बिस्वास और आरोपी नोमान मियां (29) एक ही फ्रैक्ट्री में काम करते थे. जहां पर बातचीत के दौरान ही नोमान ने एक सरकारी शॉटगन से बजेंद्र को गोली मार दी.
मजाक या साजिश?
दरअसल आरोपी नोमान ने सरकारी जारी शॉटगन को मजाक-मजाक में बजेंद्र पर तानी थी. इस दौरान अचानक गोली चल गई और गोली बजेंद्र के बाई जांघ पर जा लगी. उन्हें तुरंत इलाज के लिए भेजा गया लेकिन तब तक देर हो गई थी, डॉर्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था. अब इस पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या गन सच में मजाक में ही तानी गई थी या इसके पीछे कोई साजिश थी. क्योंकि, पिछले कुछ दिनों में बांग्लादेश में हिंदूओं के खिलाफ लगातार हिंसा के मामले सामने आ रहे हैं.
पुलिस हिरासत में आरोपी
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है. साथ ही घटना में इस्तेमाल की गई बंदूक को भी जब्त कर लिया गया है. इसके अलावा शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.
जानकारी के लिए बता दें दो सप्ताह में यह तीसरी हत्या की घटना है. बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ अपराध थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. 18 दिसंबर को इसी इलाके में दीपू चंद्र दास की कथित तौर पर पिटाई की गई, उनके कपड़े उतार दिए गए और उन्हें जलाकर मार डाला गया.