menu-icon
India Daily

'यह हर भारतीय की आत्मा पर हमला,' जी-7 शिखर सम्मेलन में पहलगाम टेरर अटैक पर बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में वैश्विक नेताओं को आगाह करते हुए कहा कि दुनिया में जब व्यापार और राजनीति के मसले आते हैं तो प्रतिबंध तुरंत लगा दिए जाते हैं, लेकिन आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों को न सिर्फ बख्शा जा रहा है, बल्कि उन्हें इनाम मिल रहे हैं. उन्होंने इसे खतरनाक प्रवृत्ति बताया.

auth-image
Edited By: Reepu Kumari
'This is an attack on the soul of every Indian,' PM Modi said on Pahalgam terror attack at G-7 summi
Courtesy: Pinterest

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-7 सम्मेलन के दौरान एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है. कनाडा में आयोजित जी-7 आउटरीच सत्र में बोलते हुए पीएम मोदी ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को मानवता पर सीधा हमला बताया. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक क्षेत्र पर हमला नहीं था, बल्कि यह हर भारतीय की आत्मा, पहचान और गरिमा पर आघात है.

पीएम मोदी ने वैश्विक समुदाय को दोहरे मापदंड छोड़ने की नसीहत देते हुए कहा कि आतंकवाद पर किसी भी प्रकार की लापरवाही या तटस्थता अब बर्दाश्त नहीं की जा सकती. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जो देश आतंकवाद को समर्थन देते हैं, उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी. मोदी के इस बयान को भारत की सख्त विदेश नीति और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का मजबूत संकेत माना जा रहा है.

आतंकवाद को लेकर दोहरा रवैया नहीं चलेगा

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में वैश्विक नेताओं को आगाह करते हुए कहा कि दुनिया में जब व्यापार और राजनीति के मसले आते हैं तो प्रतिबंध तुरंत लगा दिए जाते हैं, लेकिन आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों को न सिर्फ़ बख्शा जा रहा है, बल्कि उन्हें इनाम मिल रहे हैं. उन्होंने इसे खतरनाक प्रवृत्ति बताया.

वैश्विक शांति के लिए स्पष्ट नीति जरूरी

पीएम मोदी ने कहा कि वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए सभी देशों को स्पष्ट दृष्टिकोण अपनाना होगा. उन्होंने कहा, "यदि कोई देश आतंकवाद को बढ़ावा देता है, तो उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी." उनका यह बयान आतंक को पालने-पोसने वाले देशों के लिए सीधी चेतावनी है.

वैश्विक दक्षिण की चिंता को आगे लाने की जिम्मेदारी भारत की

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत वैश्विक दक्षिण की आवाज़ को अंतरराष्ट्रीय मंच पर मजबूती से उठाता रहेगा. उन्होंने कहा कि ये देश सबसे पहले संघर्ष, खाद्य संकट, ईंधन संकट और वित्तीय अस्थिरता से प्रभावित होते हैं, इसलिए इनके हितों की अनदेखी नहीं होनी चाहिए.