अमेरिका में भारतीय प्रवासियों के साथ हो रहे सड़क हादसों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय बनती जा रही है. हाल ही में दो अलग-अलग मामलों ने भारतीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है. एक में हैदराबाद का पूरा परिवार हादसे में मारा गया, वहीं दूसरे मामले में दो होनहार भारतीय छात्र न्यूयॉर्क की सड़कों पर अपनी जान गंवा बैठे.
मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार हैदराबाद निवासी तेजस्विनी, श्री वेंकट और उनके दो बच्चे अमेरिका के डलास शहर में छुट्टियां बिता रहे थे. वे अटलांटा में अपने रिश्तेदारों से मिलकर लौट रहे थे, तभी उनकी कार एक ट्रक से टकरा गई. टक्कर इतनी जोरदार थी कि वाहन में आग लग गई और चारों की जलकर मौत हो गई.
इस हादसे में कार पूरी तरह जलकर खाक हो गई और किसी को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला. चारों शवों को पहचान के लिए डीएनए परीक्षण की मदद ली जा रही है. स्थानीय प्रशासन और भारतीय दूतावास ने घटना की पुष्टि की है. पीड़ित परिवार के शवों को अंतिम संस्कार के लिए भारत लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
इसी तरह की एक और दुखद घटना न्यूयॉर्क में घटी, जहां क्लीवलैंड स्टेट यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे दो भारतीय छात्र 20 वर्षीय मानव पटेल और 23 वर्षीय सौरव प्रभाकर सड़क हादसे में मारे गए. यह हादसा 10 मई को ईस्ट कोकालीको टाउनशिप में हुआ था. लैंकेस्टर काउंटी कोरोनर कार्यालय के अनुसार, प्रभाकर कार चला रहे थे जब वाहन अचानक सड़क से फिसल गया और एक पेड़ से टकराने के बाद पुल से जा भिड़ा. हादसे में दोनों छात्रों की मौके पर ही मौत हो गई.
भारतीय दूतावास ने इन दोनों हादसों को लेकर गहरा शोक जताया है. उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा "क्लीवलैंड स्टेट यूनिवर्सिटी के दो भारतीय छात्रों, मानव पटेल और सौरव प्रभाकर की सड़क दुर्घटना में असमय मृत्यु की खबर अत्यंत दुखद है."
इन दोनों हादसों ने अमेरिका में रह रहे भारतीयों को स्तब्ध कर दिया है और सवाल उठाया है कि प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा को लेकर और कदम उठाने की आवश्यकता है. परिवारों और छात्रों की जान की हिफाज़त के लिए अधिक सतर्कता और सुरक्षा उपायों की जरूरत महसूस की जा रही है.