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महाभियोग चले... एपस्टीन फाइल्स को लेकर एलन मस्क ने दी धमकी, ट्रंप का क्या रिश्ता?

मस्क ने आरोप लगाया कि जेफरी एपस्टीन की सीलबंद फाइलों में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का नाम भी है और कहा कि यही वास्तविक कारण है कि उन दस्तावेजों को कभी भी पूरी तरह से सार्वजनिक नहीं किया गया.

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Edited By: Gyanendra Sharma
Elon Musk
Courtesy: Social Media

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उनके करीबी रहे एलन मस्क के बीच तीखी बहसबाजी चल रही है. दोनों एक-दूसरे पर हमला बोल रहे हैं. मस्क ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग लगाने की मांग कर दी. टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ मस्क द्वारा स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान को रिटायर करने की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद विवाद तेजी से बढ़ गया. 

मस्क ने आरोप लगाया कि जेफरी एपस्टीन की सीलबंद फाइलों में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का नाम भी है और कहा कि यही "वास्तविक कारण" है कि उन दस्तावेजों को कभी भी पूरी तरह से सार्वजनिक नहीं किया गया. आखिर क्या है एपस्टीन फाइल्स, जिसका हवाला देकर डोनाल्ड ट्रंप पर हमलावर हैं एलन मस्क? 

जेफ्री एपस्टीन का नाम अमेरिका के सबसे चर्चित और कुख्यात अपराधियों में से एक है. यौन उत्पीड़न और नाबालिगों की तस्करी जैसे संगीन अपराधों में लिप्त इस शख्स ने न केवल कई जिंदगियों को तहस-नहस किया, बल्कि समाज के उच्च वर्ग के साथ अपने रिश्तों का दुरुपयोग कर एक जटिल और घिनौना अपराध नेटवर्क चलाया. यह कहानी न केवल अपराध की है, बल्कि सत्ता, धन और प्रभाव के दुरुपयोग की भी है.

कौन था जेफ्री एपस्टीन?

20 जनवरी 1953 को न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन में जन्मे जेफ्री एपस्टीन का शुरुआती जीवन सामान्य था. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1970 के दशक में डाल्टन स्कूल में गणित के शिक्षक के रूप में की. हालांकि, अनुशासनात्मक कारणों से उन्हें जल्द ही नौकरी से निकाल दिया गया. इसके बाद एपस्टीन ने वित्तीय क्षेत्र में कदम रखा और बेयर स्टर्न्स नामक निवेश बैंक में काम शुरू किया. अपनी चतुराई और संपर्कों के दम पर उन्होंने जल्द ही धन और रसूख हासिल कर लिया. बाद में, उन्होंने अपनी खुद की फाइनेंशियल मैनेजमेंट फर्म शुरू की, जो अमीर और प्रभावशाली लोगों के लिए काम करती थी. इसी दौरान एपस्टीन ने समाज के शीर्ष तबके राजनेताओं, उद्योगपतियों और मशहूर हस्तियोंके साथ गहरे रिश्ते बनाए. लेकिन उनकी यह चमकदार जिंदगी एक गहरे अंधेरे को छुपाए हुए थी.

अपराध का घिनौना नेटवर्क

एपस्टीन पर आरोप थे कि उन्होंने नाबालिग लड़कियों को अपने और अपने प्रभावशाली दोस्तों के लिए यौन सेवाएं प्रदान करने के लिए मजबूर किया. उनके प्राइवेट कैरेबियन द्वीप, लिटिल सेंट जेम्स, जिसे अक्सर "पेडोफाइल आइलैंड" के नाम से कुख्यात किया गया और उनके न्यूयॉर्क, फ्लोरिडा और न्यू मैक्सिको स्थित आलीशान घर इन अपराधों के केंद्र थे. दर्जनों महिलाओं ने दावा किया कि एपस्टीन और उनके सहयोगियों ने उन्हें कम उम्र में बहला-फुसलाकर या धमकाकर यौन शोषण के लिए मजबूर किया.

एपस्टीन का यह नेटवर्क केवल यौन उत्पीड़न तक सीमित नहीं था. उन पर नाबालिग लड़कियों की तस्करी करने और उन्हें अपने हाई-प्रोफाइल मेहमानों तक पहुंचाने के भी आरोप थे. यह संगठित अपराध का एक ऐसा जाल था, जिसमें प्रभावशाली लोग शामिल थे, जिसके कारण कई सालों तक एपस्टीन कानून की पकड़ से बचा रहा.

कानूनी शिकंजा और विवादास्पद सजा

साल 2005 में एपस्टीन के अपराधों का पर्दाफाश तब हुआ जब फ्लोरिडा में एक अभिभावक ने पुलिस में शिकायत दर्ज की कि एपस्टीन ने उनकी 14 वर्षीय बेटी का यौन शोषण किया. पुलिस जांच में सामने आया कि एपस्टीन ने कम से कम 36 नाबालिग लड़कियों का शोषण किया था. 2008 में उन्हें दो मामलों में दोषी ठहराया गया, लेकिन उनकी सजा ने सबको चौंका दिया. एक गुप्त और विवादास्पद सौदे के तहत उन्हें केवल 13 महीने की जेल हुई. 

2019 में एपस्टीन फिर से कानून के शिकंजे में आए. इस बार उन पर न्यूयॉर्क और फ्लोरिडा में नाबालिगों की तस्करी के गंभीर आरोप लगे. लेकिन सुनवाई के दौरान, 10 अगस्त 2019 को, न्यूयॉर्क की एक जेल में उनकी रहस्यमयी मौत हो गई. आधिकारिक तौर पर इसे आत्महत्या बताया गया, लेकिन इस घटना ने कई साजिश के सिद्धांतों को जन्म दिया. कुछ का मानना है कि उनकी मौत के पीछे उन प्रभावशाली लोगों का हाथ था, जिनके राज उनके साथ दफन हो गए.