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'हाथी और ड्रैगन को एक साथ आना होगा', शी जिनपिंग ने मोदी से मिलकर ट्रंप को दिया डायरेक्ट मैसेज

शी जिनपिंग ने कहा, विश्व परिवर्तन की ओर बढ़ रहा है. चीन और भारत दो सबसे सभ्य देश हैं. हम दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाले देश हैं और ग्लोबल साउथ का हिस्सा हैं.. दोस्त बनना, एक अच्छा पड़ोसी बनना और ड्रैगन और हाथी का एक साथ आना बहुत जरूरी है.

Gyanendra Sharma
Edited By: Gyanendra Sharma
पीएम मोदी
Courtesy: Social Media

PM Modi SCO Summit China: सात साल बाद चीन पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की. दोनों के बीच 50 मिनट बातचीत हुई. प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान अपने प्रारंभिक भाषण में राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रविवार को कहा कि भारत और चीन के लिए मित्र और अच्छे पड़ोसी बनना महत्वपूर्ण है. चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि ड्रैगन और हाथी का एक साथ आना जरूरी है.

शी जिनपिंग ने कहा, विश्व परिवर्तन की ओर बढ़ रहा है. चीन और भारत दो सबसे सभ्य देश हैं. हम दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाले देश हैं और ग्लोबल साउथ का हिस्सा हैं. दोस्त बनना, एक अच्छा पड़ोसी बनना और ड्रैगन और हाथी का एक साथ आना बहुत जरूरी है. शी जिनपिंग ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इस वर्ष चीन-भारत राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ है. उन्होंने कहा कि दोनों देशों को रणनीतिक और दीर्घकालिक दृष्टिकोण से संबंधों को संभालने की आवश्यकता है.

सात वर्षों में पीएम मोदी की पहली चीन यात्रा

शी जिनपिंग ने कहा कि हमें बहुपक्षवाद, बहुध्रुवीय विश्व और अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं में अधिक लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए अपनी ऐतिहासिक जिम्मेदारियों को भी पूरा करना होगा तथा एशिया और पूरे विश्व में शांति और समृद्धि के लिए मिलकर काम करना होगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन पहुंचे. यह सात वर्षों में पीएम मोदी की पहली चीन यात्रा है, जिसमें दोनों पड़ोसी देशों के बीच सीमा मुद्दों को लेकर संबंध बिगड़ते देखे गए हैं, जिसके कारण 2020 में पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ गलवान घाटी में घातक झड़प हुई थी. 

2.8 अरब लोगों का कल्याण भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय सहयोग से जुड़ा 

प्रधानमंत्री मोदी ने शी जिनपिंग के साथ बैठक के दौरान अपने प्रारंभिक भाषण में कहा कि भारत आपसी विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता के आधार पर चीन के साथ अपने संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. टेलीविजन पर प्रसारित अपने उद्घाटन भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2.8 अरब लोगों का कल्याण भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय सहयोग से जुड़ा है. प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष की वापसी प्रक्रिया के बाद सीमा पर शांति और स्थिरता है, तथा दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें पुन शुरू की जा रही हैं.