नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में हुए एक बेहद खतरनाक आतंकी हमले को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवाद खड़ा हो गया है. इस हमले पर हमास नेता मोहम्मद नज्जाल के बयान ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है. नज्जाल ने इस घटना को आतंकी हमला मानने से इनकार किया है और इसके लिए सीधे तौर पर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को जिम्मेदार ठहराया है.
हमास नेता मोहम्मद नज्जाल का कहना है कि गाजा में चल रहे युद्ध और वहां हो रहे कथित 'नरसंहार' की वजह से पूरी दुनिया में गुस्सा और हिंसा बढ़ रही है. उनके मुताबिक, यह गुस्सा सिर्फ मुसलमानों तक सीमित नहीं है, बल्कि गैर-मुस्लिम समुदायों में भी नाराजगी फैल रही है. नज्जाल ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर गाजा की स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो दुनिया के अलग-अलग देशों में इस तरह की और हिंसक घटनाएं हो सकती हैं.
वहीं, ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों के अनुसार यह घटना रविवार को सिडनी के मशहूर बोंडी बीच इलाके में हुई. यहां दो हथियारबंद हमलावरों ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी. इस हमले में 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि 40 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. यह हमला ऐसे समय पर हुआ है, जब ऑस्ट्रेलिया में पहले से ही यहूदी समुदाय को निशाना बनाने वाली घटनाओं में बढ़ोतरी देखी जा रही है.
पुलिस जांच में हमलावरों की पहचान साजिद अकरम और नावेद अकरम के रूप में हुई है, जो पिता-पुत्र बताए जा रहे हैं. पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में पिता साजिद अकरम को मौके पर ही मार गिराया गया, जबकि बेटा नावेद अकरम गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी हालत पर नजर रखी जा रही है.
इस घटना के बाद ऑस्ट्रेलिया में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है. प्रमुख सार्वजनिक स्थानों, धार्मिक स्थलों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में पुलिस की मौजूदगी बढ़ा दी गई है. वहीं, हमास नेता के बयान को लेकर दुनियाभर में तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं और कई देशों ने इस तरह के बयानों की कड़ी आलोचना की है.