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India Daily

'बीजिग ने सालों तक अमेरिका को लूटा...' ट्रंप ने चीन पर 100 फीसदी टैरिफ को बताया मजबूरी, साथ ही झुकने के दिए संकेत

Donald Trump on China: इससे पहले ट्रंप ने चीन पर ट्रेड रेवेलरी में लिप्त होने का आरोप लगाया और संकेत दिए थे कि वह शी जिनपिंग के साथ अपनी प्रस्तावित बैठक रद्द कर सकते हैं.

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Edited By: Kanhaiya Kumar Jha
Donald Trump & XI Jinping
Courtesy: X

Donald Trump on China: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि चीनी वस्तुओं पर उनका प्रस्तावित 100% अतिरिक्त टैरिफ टिकाऊ नहीं होगा. साथ ही उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि बीजिंग ने उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर किया है. जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या चीन पर लगाए जाने वाले उनके शुल्क अर्थव्यवस्था को कोई खास प्रभावित किए बिना लागू रह सकते हैं, तो उन्होंने कहा कि यह टिकाऊ नहीं है.

ट्रंप ने यह भी कहा कि वह दो हफ़्तों में शी जिनपिंग से मिलेंगे और बातचीत को लेकर उन्होंने उम्मीद जताई कि सब ठीक होगा. उन्होंने यह भी कहा कि उनका मानना ​​है कि चीन के साथ सब ठीक हो जाएगा. गौरतलब है कि 10 अक्टूबर को, ट्रंप ने घोषणा की कि अमेरिका 1 नवंबर से चीनी वस्तुओं पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाएगा. ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल अकाउंट पर लिखा था कि 'चीन के रुख को देखते हुए, अमेरिका वर्तमान में लागू किसी भी टैरिफ के अलावा, चीन पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाएगा.'

इससे पहले बैठक रद्द करने के दिए थे संकेत

उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका सभी महत्वपूर्ण सॉफ़्टवेयर पर निर्यात नियंत्रण लागू करेगा. इससे पहले ट्रंप ने चीन पर ट्रेड रेवेलरी में लिप्त होने का आरोप लगाया और संकेत दिए थे कि वह शी जिनपिंग के साथ अपनी प्रस्तावित बैठक रद्द कर सकते हैं. इस साल की शुरुआत में, दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच, ट्रंप ने चीनी वस्तुओं पर अमेरिकी टैरिफ को बार-बार बढ़ाकर 145 प्रतिशत कर दिया था. 

अमेरिका के टैरिफ वार के जवाब में चीन ने भी किया था पलटवार

वही अमेरिका द्वारा टैरिफ में बढ़ोतरी किए जाने के बाद बीजिंग ने भी पलटवार किया और अमेरिकी निर्यात पर अपने टैरिफ को बढ़ाकर 125 प्रतिशत कर दिया. लेकिन अधिकारियों के बीच बातचीत के बाद, चीनी उत्पादों पर अमेरिकी टैरिफ घटकर 30 प्रतिशत रह गया, जबकि अमेरिकी वस्तुओं पर चीनी टैरिफ घटकर 10 प्रतिशत रह गया.