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डोनाल्ड ट्रंप ने दिया न्यूक्लियर वेपन की टेस्टिंग का आदेश, जिनपिंग के साथ मुलाकात के पहले लिया ये फैसला

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने वॉर डिपार्टमेंट को आदेश देते हुए कहा है कि न्यूक्लियर वेपन्स की टेस्टिंग जल्द शुरू की जाए. आइए जानते हैं कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा.

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Edited By: Shilpa Srivastava
Donald Trump India Daily
Courtesy: @DonaldTrumpnq X

नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दूसरे देशों के टेस्टिंग प्रोग्राम को जवाब देने का आदेश दिया है. उन्होंने वॉर डिपार्टमेंट को देश के न्यूक्लियर वेपन्स की टेस्टिंग शुरू करने का आदेश दिया है. ट्रंप ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, "संयुक्त राज्य अमेरिका के पास किसी भी दूसरे देश के मुकाबले ज्यादा न्यूक्लियर वेपन हैं. यह मेरे टेन्योर में मौजूदा वेपन्स के पूरे अपडेट और रिनोवेशन के साथ हासिल किया गया था.”

इसके साथ ही ट्रंप ने यहभी कहा, ठइतनी ज्यादा विनाशकारी शक्ति के कारण, मुझे ऐसा करना पसंद नहीं था, लेकिन मेरे पास कोई और चारा नहीं था? रूस दूसरे नंबर पर और चीन तीसरे नंबर पर है, लेकिन 5 साल के अंदर वह भी बराबरी पर आ जाएगा." इसके साथ ही ट्रंप ने कहा, "दूसरे देशों के टेस्टिंग प्रोग्राम के चलते मैंने वॉर डिपार्टमेंट को बराबर के आधार पर हमारे न्यक्लियर वेपन्स को टेस्ट करने का आदेश दिया है. यह प्रोसेस तुरंत शुरू होगा."

क्यों लिया गया ये फैसला?

यह फैसला उन रिपोर्ट्स के बाद आया है जिनमें कहा गया था कि रूस ने हाल ही में दो एडवांस्ड न्यूक्लियर-कैपेबल हथियारों 9M730 ब्यूरेवेस्तनिक क्रूज मिसाइल और पोसाइडन अंडरवाटर ड्रोन की टेस्टिंग की थी. बता दें कि ये दोनों वेपन न्यूक्लियर वॉरहेड ले जा सकते हैं. साथ ही लंबी दूरी तय करने के लिए भी इन्हें डिजाइन किया गया है. 

जिनपिंग की मुलाकात से पहले लिया गया ये फैसला:

यह घोषणा दक्षिण कोरिया में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ ट्रंप की आने वाली मीटिंग से ठीक पहले हुई. अमेरिका और चीन के बीच रिश्ते ट्रेड वॉर के चलते काफी तनावपूर्ण चल रहा है. इसने ग्लोबल इकॉनमी को प्रभावित किया है. हाल ही में, अमेरिका ने एक्सपोर्ट पर पाबंदियां बढ़ा दीं, जबकि चीन ने रेयर अर्थ एक्सपोर्ट पर अपना कंट्रोल और सख्त कर दिया. इसके जवाब में, ट्रंप ने चेतावनी देते हए कहा कि वह 1 नवंबर से चीनी सामानों पर 100% टैरिफ लगा सकते हैं.

तनाव के बावजूद, दोनों देशों ने मलेशिया में ट्रेड बातचीत के दौरान कुछ प्रोग्रेस की और एक संभावित ट्रेड डील के लिए एक बेसिक फ्रेमवर्क पर सहमत हुए. इस बीच, ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की न्यूक्लियर टेस्ट जारी रखने के लिए आलोचना की और उनसे यूक्रेन में चार साल से चल रहे युद्ध को खत्म करने पर ध्यान देने का आग्रह किया. न्यूक्लियर हथियारों को लेकर दुनिया भर में चिंताएं बढ़ रही हैं, क्योंकि रूस और चीन दोनों अपनी मिलिट्री पावर का विस्तार कर रहे हैं.