भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए चार दिवसीय सैन्य संघर्ष के बाद अब चीन ने अरुणाचल प्रदेश को लेकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है. चीन ने अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताते हुए वहां 27 स्थानों के नाम बदलने की घोषणा की, जिसका भारत ने कड़ा विरोध किया. भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे "निरर्थक और हास्यास्पद" करार देते हुए स्पष्ट किया कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था, है और रहेगा. इसके जवाब में चीनी विदेश मंत्रालय ने एक बार फिर अपनी दावेदारी दोहराई, जिससे यह साफ हो गया है कि चीन भारत-पाकिस्तान तनाव का फायदा उठाकर इस क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रहा है.
चीन ने 11-12 मई, 2025 को अपनी सिविल अफेयर्स मंत्रालय के जरिए अरुणाचल प्रदेश में 27 स्थानों के नए नाम जारी किए, जिनमें 15 पहाड़, चार दर्रे, दो नदियां, एक झील और पांच बस्तियां शामिल हैं. इन स्थानों के नाम चीनी, तिब्बती और पिनयिन (मंदारिन का रोमन लिपि संस्करण) में जारी किए गए, साथ ही उच्च-रिज़ॉल्यूशन नक्शे और सटीक अक्षांश-देशांतर निर्देशांक भी दिए गए. चीन ने अरुणाचल प्रदेश को 'ज़ंगनान' या 'दक्षिणी तिब्बत' बताकर अपनी दावेदारी को मजबूत करने की कोशिश की.
Just in: China again stakes claim to the Indian State of Arunachal Pradesh. Chinese Foreign ministry statement says changing name of locations in Arunachal Pradesh is 'within sovereign rights'
— Sidhant Sibal (@sidhant) May 14, 2025
Full Statement: https://t.co/Y72nm47bce pic.twitter.com/ZlTvybnHvX
यह पहली बार नहीं है जब चीन ने ऐसा किया हो. इससे पहले 2017 में छह, 2021 में 15, 2023 में 11 और अप्रैल 2024 में 30 स्थानों के नाम बदलने की कोशिश की गई थी. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने रॉयटर्स के एक सवाल के जवाब में कहा, ज़ंगनान चीन का हिस्सा है. कुछ स्थानों के नामों का मानकीकरण करना चीन के संप्रभु अधिकार के तहत आता है." उन्होंने दावा किया कि यह कदम स्टेट काउंसिल के भौगोलिक नामों के प्रबंधन से संबंधित प्रावधानों के अनुरूप है.
भारत का कड़ा रुख
भारत ने चीन की इस हरकत को सिरे से खारिज कर दिया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने 14 मई, 2025 को एक बयान में कहा कि हमने देखा है कि चीन अरुणाचल प्रदेश में स्थानों का नाम बदलने के हास्यास्पद प्रयासों में लगा हुआ है. हमारी सैद्धांतिक स्थिति के अनुरूप, हम ऐसे प्रयासों को स्पष्ट रूप से खारिज करते हैं. रचनात्मक नामकरण से यह निर्विवाद हकीकत नहीं बदलेगी कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था, है और रहेगा.
भारत-पाकिस्तान के बीच में आना चाहता है चीन?
चीन का यह कदम ऐसे समय में आया है, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर था. 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, के जवाब में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया. इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया. न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत के हमले सटीक और प्रभावी थे, जिससे पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को स्पष्ट नुकसान पहुंचा.