Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच जारी जंग के बीच मंगलवार को फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास के काफिले पर हमला हुआ है. इस हमले के बाद पहले से ही युद्ध से जूझ रहे क्षेत्र में और तनाव पैदा हो गया. राष्ट्रपति के काफिले पर हमला करने वाले आतंकी आतंकी संगठन 'सन्स ऑफ अबू जंदाल' से संबंध रखते हैं. इस हमले में उनके काफिले की एक सुरक्षाकर्मी की मौत हो गई.
A new shadowy group has apparently emerged, calling itself the "Sons of Abu Jandal".
— روني الدنماركي (@Aldanmarki) November 5, 2023
In the statement below released an hour ago, they claim to be members of the PA security apparatus in the West Bank, and have given Mahmoud Abbas an ultimatum of 24 hours to declare an "open… pic.twitter.com/T9Mgxr379D
तुर्किये की मीडिया के अनुसार, फिलिस्तीनी प्राधिकरण के प्रमुख महमूद अब्बास पर यह हमला आतंकी संगठन सन्स ऑफ अबू जंदाल की 24 घंटे की अवधि देने के बाद हुआ है. इस अवधि में आतंकी संगठन ने फिलिस्तीनी प्राधिकरण को इजरायल पर एक्शन लेने और अपना रुख स्पष्ट करने के लिए कहा था. इस हमले में प्रेसिडेंट अब्बास के बॉडीगॉर्ड की मौत हो गई.
दरअसल जंग शुरू होने के बाद फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने हमास पर निशाना साधा था. उन्होंने अपने बयान में कहा था कि हमास फिलिस्तीनियों का प्रतिनिधित्व नहीं करता है. उन्होंने कहा था कि केवल फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन की नीतियां ही फिलिस्तीन का नेतृत्व करती हैं.अब्बास के इस बयान को हमले का कारण माना जा रहा है.
अप्रैल 2002 में जेनिन शरणार्थी शिविर की लड़ाई का नेतृत्व करने वाले फिलिस्तीनी अथॉरिटी अधिकारी यूसुफ अहमद रेहान के सम्मान में समूह खुद को सन्स ऑफ अबू जंदाल कहता है. रेहान का उपनाम अबू जंदाल बताया जाता है और जेनिन की लड़ाई महमूद तवलबेह के साथ उसके नेतृत्व में लड़ी गई थी. अब्बास पर इस हमले का कारण हमास का विरोध करना माना जा रहा है. वेनेजुएला के साथ एक बातचीत के दौरान अब्बास ने कहा था कि हमास की नीतियां और कार्य फिलिस्तीन का समर्थन नहीं करते हैं.
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