एलिंयस ने गिराया अमेरीकी ड्रोन! Video में देखें न्यू जर्सी में रहस्यमयी UFO से टकराया और हुआ ये हाल
पिकाटनी आर्सेनल एक सैन्य प्रतिष्ठान है जहां हाल फिलहाल में रहस्यमयी ड्रोन जैसी चीजें उड़ने की घटनाओं में तेजी आई है. ड्रोन पायलट ने बताया कि वह इस क्षेत्र में संदिग्ध चीजों के उड़ने की घटनाओं का अध्ययन कर रहा था तभी उनका ड्रोन किसी रहस्यमयी चीज से टकराकर नीचे गिर गया.
न्यू जर्सी के एक ड्रोन पायलट ने बताया कि पिकाटनी आर्सेनल के पास उसके ड्रोन की एक रहस्यमयी चीज के साथ मुठभेड़ हुई, जिससे वह बुरी तरह से घबरा गया. बता दें कि पिकाटनी आर्सेनल एक सैन्य प्रतिष्ठान है जहां हाल फिलहाल में रहस्यमयी ड्रोन जैसी चीजें उड़ने की घटनाओं में तेजी आई है. ड्रोन पायलट ने बताया कि वह इस क्षेत्र में संदिग्ध चीजों के उड़ने की घटनाओं का अध्ययन कर रहा था तभी उनका ड्रोन किसी रहस्यमयी चीज से टकराकर नीचे गिर गया.
ड्रोन पायलट की मुठभेड़
माइकल बी, जो एक परानॉर्मल जांचकर्ता और यूट्यूब चैनल 'Terror Talk Productions' के निर्माता हैं, ने बताया कि वह पिकेटनी आर्सनल के पास अपने ड्रोन को उड़ाने की कोशिश कर रहे थे. उनका उद्देश्य एक अजीब सी उड़ती हुई वस्तु का निरीक्षण करना था, लेकिन जल्द ही उनका ड्रोन नियंत्रण से बाहर हो गया. माइकल ने Fox News को बताया कि मेरे ड्रोन की बैटरी फुल चार्ज थी लेकिन इसके बावजूद मेरे ड्रोन की बैटरी खत्म हो गई और वह नीचे गिर गया.
माइकल बी ने आगे कहा कि इसके बाद उन्हें ड्रोन के स्क्रीन पर चेतावनी दिखाई दी और यह अचानक नीचे की ओर गिरने लगा. जबकि वह रहस्यमयी वस्तु हवा में ही लटकी रही. इस घटना ने यूएफओ को लेकर फिर से नए सवाल खड़े कर दिए हैं.
पिकेटनी आर्सनल में बढ़ती रहस्यमयी ड्रोन की गतिविधियां
पिकेटनी आर्सनल में रहस्यमयी ड्रोन की बढ़ती गतिविधियों ने स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है. सामान्य तौर पर, जब ड्रोन प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र में प्रवेश करते हैं, तो उन्हें तत्काल लैंड करना पड़ता है, लेकिन इस अज्ञात वस्तु का न केवल हवा में स्थिर रहना, बल्कि ड्रोन के खराब होने के बावजूद वहां बने रहना एक रहस्य बना हुआ है.
इस घटना के बाद, स्थानीय अधिकारियों ने पिकेटनी आर्सनल के आसपास की ड्रोन गतिविधि की जांच शुरू की है. आर्मी के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि पिकेटनी आर्सनल के ऊपर अस्थायी उड़ान प्रतिबंध लागू कर दिया गया है, जो 26 दिसंबर तक प्रभावी रहेगा.