नई दिल्ली : अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है. तालिबान सरकार ने अचानक अपना एयरस्पेस पाकिस्तान के लिए बंद कर दिया है, जिससे यह पूरा इलाका पाकिस्तान के विमानों के लिए नो-एंट्री जोन बन गया है. इस फैसले ने पाकिस्तान की उड़ानों पर बड़ा असर डाला है और कई फ्लाइट्स तुरंत रद्द करनी पड़ी हैं.
हालांकि, तालिबान की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है, लेकिन अफगान पत्रकारों का दावा है कि अफगानिस्तान ने पाकिस्तान की सभी उड़ानों और ट्रांजिट फ्लाइट्स के लिए एयरस्पेस अस्थायी रूप से बंद कर दिया है. इसके कारण PIA की कई उड़ानें रद्द हो चुकी हैं और इंटरनेशनल कार्गो तथा हज रूट सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं.
Sources:
— Sonia Niazi English (@sonia_niazi12) November 26, 2025
The #Afghan government has closed its #airspace to #Pakistan.
Reliable sources in Kabul report that the Afghan government has recently taken action to shut its airspace to Pakistan, and no Pakistani passenger or cargo aircraft is now allowed to fly through Afghan+ pic.twitter.com/kgpWwe1c6v
बताया जा रहा है कि तालिबान का यह कदम पाकिस्तान के हालिया हमलों की प्रतिक्रिया माना जा रहा है. हालांकि तालिबान ने खुलकर कारण नहीं बताया है, लेकिन घटनाओं का सिलसिला साफ संकेत देता है कि यह फैसला तनाव बढ़ने के बाद लिया गया है. मंगलवार को तालिबान सरकार ने आरोप लगाया था कि पाकिस्तानी सेना ने अफगान इलाके में भारी बमबारी की, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई. मृतकों में 9 बच्चे और एक महिला शामिल थे.
तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि पाकिस्तानी हमलावर सेना ने एक आम नागरिक के घर पर हमला किया, जिसके बाद बच्चों और महिला की मौत हो गई. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अफगानिस्तान अपने एयरस्पेस, जमीन और लोगों की सुरक्षा करना जानता है और सही समय पर सही जवाब देगा.
इसी के साथ खबर है कि पाकिस्तान की ओर से कुनार और पक्तिका के बॉर्डर इलाकों में भी हवाई हमले किए गए, जिनमें कई और लोग घायल हुए. खोस्त प्रांत के अधिकारियों का कहना है कि ड्रोन और फाइटर प्लेन से हमला किया गया. स्थानीय लोग मलबा हटाते और मरने वालों की कब्रें तैयार करते देखे गए. एयरस्पेस बंद होने से दोनों देशों के बीच तनाव और भी बढ़ गया है. फिलहाल सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या दोनों देश अब बातचीत की ओर बढ़ेंगे या हालात और बिगड़ेंगे.