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स्कूलों को भी नहीं बख्श रहा इजरायल, गाजा में जहां दागा बम, वहां मारे गए 93 लोग, किस दिशा में जा रही ये जंग?

इजरायल ने गाजा पट्टी पर हमले तेज कर दिए हैं. शनिवार को एयर स्ट्राइक में 93 लोगों की मौत हो गई. एएफपी स्वतंत्र रूप से मृतकों की संख्या की पुष्टि नहीं किया यदि इसकी पुष्टि हो जाती है तो यह 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से इजरायल और फिलिस्तीनी उग्रवादियों के बीच 10 महीने से चल रहे युद्ध के दौरान किसी एक हमले में मारे गए लोगों की सबसे बड़ी संख्या होगी.

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Courtesy: Social Media

इजरायल ने गाजा के एक स्कूल पर शनिवार को एयर स्ट्राइक किया. इस हमले में 93 लोगों की मौत हो गई. इजरायल के हमले की कई देशों मे आलोचना की है. हालांकि इजरायल इस बात पर जोर देता रहा कि वह आतंकवादियों को निशाना बना रहा था. एएफपी स्वतंत्र रूप से मृतकों की संख्या की पुष्टि नहीं कर सका है. यदि इसकी पुष्टि हो जाती है तो यह 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से इजरायल और फिलिस्तीनी उग्रवादियों के बीच 10 महीने से चल रहे युद्ध के दौरान किसी एक हमले में मारे गए लोगों की सबसे बड़ी संख्या होगी.

अल-तबीन स्कूल और मस्जिद पर बमबारी की पूरे मध्य पूर्व और अन्य स्थानों से आलोचना हुई और युद्ध विराम की मांग की गई. कई अंतरराष्ट्रीय समुदाय दोनों पक्षों के बीच युद्ध विराम और बंधक-मुक्ति समझौते के लिए वार्ता फिर से शुरू करने के लिए आमंत्रित किया था. हमास के कब्जे वाले क्षेत्र में नागरिक सुरक्षा बचावकर्मियों ने कहा कि गाजा शहर में तीन इजरायली मिसाइलों ने उस समय हमला किया जब लोग सुबह की नमाज अदा कर रहे थे.

इज़रायली सेना ने कहा कि उसने अल-तबीन पर सटीक हमला किया है, जिसके बारे में प्रवक्ता नदाव शोशनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि वहां एक सैन्य सुविधा थी जिसमें कमांडरों सहित लगभग 20 हमास और इस्लामिक जिहाद आतंकवादी थे. उधर ईरान ने भी इजरायल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. 

2.4 मिलियन लोगों प्रभावित

एएफपी की गणना के अनुसार युद्ध के दौरान गाजा के 2.4 मिलियन लोगों में से लगभग सभी कम से कम एक बार विस्थापित हुए हैं. उनमें से कई ने स्कूल भवनों में शरण ली है, जिन पर 6 जुलाई के बाद से कम से कम 14 बार हमला किया गया है. इजरायल ने भी स्कूल आश्रय स्थलों पर हमले के बाद सशस्त्र गतिविधियों के ऐसे ही आरोप लगाए हैं, जबकि हमास ने सैन्य उद्देश्यों के लिए नागरिक सुविधाओं का उपयोग करने से इनकार किया है.

जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह समय इजरायल द्वारा नवीनतम मध्यस्थता प्रयास को बाधित करने और विफल करने के प्रयासों का संकेत है. मध्यस्थों में से एक, कतर ने तत्काल अंतर्राष्ट्रीय जांच की मांग की, जबकि तुर्की ने मानवता के खिलाफ एक नया अपराध की निंदा की और दावा किया कि इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू युद्धविराम वार्ता को विफल करना चाहते थे. 

जंग में 1,198 लोग मारे गए 

इजरायली आधिकारिक आंकड़ों पर आधारित एएफपी की गणना के अनुसार 7 अक्टूबर को हमास के हमले के कारण युद्ध छिड़ गया. जंग में 1,198 लोग मारे गए जिनमें अधिकतर नागरिक थे. फिलिस्तीनी उग्रवादियों ने 251 लोगों को बंधक बना लिया, जिनमें से 111 अभी भी गाजा में बंधक हैं, जिनमें से 39 के बारे में इजरायली सेना का कहना है कि वे मर चुके हैं. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा में इजरायल के जवाबी सैन्य अभियान में कम से कम 39,790 लोग मारे गए हैं, हालांकि मंत्रालय ने नागरिकों और आतंकवादियों की मौत का ब्यौरा नहीं दिया है.

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