Ceasefire Deal with Hamas-Israel: इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध पर 15 महीनों बाद आखिर कर विराम लग ही गया है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की ओर से भी इस बात की घोषणा कर दी गई है. यह पूरा विवाद 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ था. जब अचानक हमास की ओर से इजरायल पर धावा बोल दिया गया. इस हमले में 1200 इजरायली नागरिक मारे गए. वहीं 250 लोगों को हमास की ओर से बंधक बना लिया गया था.
इस हमले के बाद इजरायली पीएम नेतन्याहू ने हमास को नेस्तनाबूद करने की खसम खाली. जिसका परिणाम यह हुआ कि इजरायल द्वारा किए गए हमले में 46000 से भी ज्यादा फलस्तीनियों की मौत हो गई. वहीं गाजा के 90 प्रतिशत लोगों को विस्थापित होना पड़ा. जनता के बीच खाने और पानी के भी लाले पड़ गए.
इस जंग के दौरान अंतरराष्ट्रीय मीडिया में गाजा से कई ऐसी तस्वीरें आई, जिसे कमजोर दिल के लोगों के लिए देख पाना काफी मुश्किल रहा. अस्पताल से लेकर राहत शिविर तक तहस-नहस हो गए. हालांकि स्थिति केवल गाजा की नहीं बिगड़ी बल्कि इजरायल में भी काफी नुकसान हुआ. इजरायल में इस पूरे जंग के दौरान 1,139 लोगों की मौत हो गई. वहीं लगभग नौ हजार लोग बुरी तरह घायल हो गए. लेकिन इजरायल की सुरक्षा में लगे आयरन डोम ने अपने देश को और भी ज्यादा प्रभावित होने से बचाया है.
इस पूरे जंग की सबसे दर्दनाक बात यह रही कि इसमें कई ऐसी बेजुबानों की भी मौत हो गई. इसके अलावा इस जंग में सबसे ज्यादा छोटे बच्चे और महिलाओं की मौत की संख्या है. भूखी और बीमार जनता इस यु्द्ध से इस तरह परेशान हो गई की लोगों में जीने की चाह खत्म होने लगी. दुनिया भर के बड़े देशों ने भी इस लड़ाई को रोकने के पूरी कोशिश की. आखिरकर अमेरिका और कतर की खास मेहनत रंग लाई और ये जंग पर विराम लगा.
इस युद्ध विराम से पहले भी पिछले साल नवंबर में हमास और इजरायल के बीच संघर्ष विराम पर बात बनी थी. इस दौरान गाजा से 100 बंधकों को छुड़ाया गया था. लेकिन इसके बाद भी ये युद्ध पूरी तरह से टल नहीं पाया था. इजरायल और हमास के बीच हुए इस समझौते के मुताबिक बंधक बनाए गए नागरिकों को रिहा किया जाएगा. साथ ही इसके बाद गाजा से विस्थापित हुए लोग वापस अपने घरों को लौट पाएंगे. हालांकि युद्ध विराम की घोषणा होने के बाद भी गुरुवार को इजरायल द्वारा हमला किया गया, जिसमें 72 लोगों की जान चली गई थी. जिसके कारण अभी भी इस समझौते पर पूरी दुनिया की नजर बनीं हुई है.