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MP New CM: आखिर कौन हैं BJP के सरप्राइज पैकेज से निकले मोहन यादव, कैसे कटा शिवराज का पत्ता

Mohan Yadav: मध्यप्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? इसका फैसला हो गया है. एमपी को अपना नया सीएम मिल गया है. विधायक दल की बैठक में मोहन यादव के नाम पर मुहर लगी है.

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Edited By: Gyanendra Sharma
Mohan Yadav is next Madhya Pradesh Chief Minister

Mohan Yadav: मध्यप्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? इसका फैसला हो गया है. एमपी को अपना नया सीएम मिल गया है. विधायक दल की बैठक में मोहन यादव के नाम पर मुहर लगी है. बैठक में पर्यवेक्षक मनोहर लाल खट्‌टर (CM हरियाणा), डॉ. के. लक्ष्मण (राष्ट्रीय अध्यक्ष, BJP OBC मोर्चा) और आशा लकड़ा (राष्ट्रीय सचिव भाजपा) भी शामिल हुए. 

सीएम की रेस में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल और शिवराज सिंह चौहान सबसे आगे थे. लेकिन एक बार फिर से बीजेपी ने चौंकाते हुए नए नाम का ऐलान कर दिया. मोहन यादव उज्जैन दक्षिण से विधायक हैं. भोपाल स्थित ‌BJP के प्रदेश कार्यालय में पार्टी के विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगी है. मोहन यादव ओबीसी वर्ग से आते हैं. 

मोहन यादव उज्जैन दक्षिण से विधायक हैं. मोहन यादव को संघ का करीबी बताया जाता है. जानकारी के मुताबिक शिवराज सिंह चौहान ने ही मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव विधायक दल की बैठक में किया था. 

कौन हैं मोहन यादव?

डॉ. मोहन यादव को मंत्री पद तक पहुंचने के लिए 41 वर्षों तक संघर्ष करना पड़ा है. उन्होंने माधव विज्ञान महाविद्यालय से छात्र राजनीति की शुरुआत की थी. पार्टी में कई पदों पर रहने के बाद सरकार में उन्हें मंत्री बनने का मौका मिला है. कई बार वह बयानों को लेकर प्रदेश की राजनीति में चर्चा में रहे हैं. 1982 में वे माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह-सचिव और 1984 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे हैं. उन्होंने वर्ष 1984 मे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री और 1986 मे विभाग प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली. 

वर्ष 1988 में वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मध्यप्रदेश के प्रदेश सहमंत्री और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे हैं. इसके बाद 1989-90 में परिषद की प्रदेश इकाई के प्रदेश मंत्री और सन 1991-92 में परिषद के राष्ट्रीय मंत्री रह चुके हैं.1993-95 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, उज्जैन नगर के सह खंड कार्यवाह, सायं भाग नगर कार्यवाह और 1996 में खण्ड कार्यवाह और नगर कार्यवाह रहे हैं. संघ में सक्रियता की वजह से मोहन यादव 1997 में भाजयुमो प्रदेश समिति में अपनी जगह बनाई. 1998 में उन्हें पश्चिम रेलवेबोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्य भी बने. 

2013 में पहली बार बने विधायक

इसके बाद उन्होंने संगठन में रहकर अलग-अलग पदों पर काम किया. 2004-2010 के बीच वह उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष (राज्यमंत्री दर्जा) रहें. 2011-2013 में मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, भोपाल के अध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री दर्जा) भी बने. पहली बार 2013 में वह विधायक बने. 2018 में भी पार्टी ने उनपर भरोसा किया और वह चुनाव जीतने में सफल रहे. 2020 में जब बीजेपी की सरकार बनी तो मोहन यादव फिर से मंत्री बने.

पीएचडी हैं मोहन यादव

मोहन यादव का जन्म 25 मार्च 1965 को हुआ था. पिता का नाम पूनमचंद यादव है. मोहन यादव के दो बेटे और एक बेटी हैं. मोहन यादव ने पीएचडी भी किया है. इसके साथ ही एमबीए और एलएलबी भी कर रखा है. साथ ही कारोबार और कृषि क्षेत्र से भी जुड़े हैं. 2 जुलाई 2020 को उन्होंने श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली. वह 2023 में कांग्रेस के चेतन प्रेमनारायण यादव को हरा कर लगातार तीसरी बार चुनाव जीते हैं.