इजरायल पर ईरान की ओर से करीब 180 मिसाइलों से अटैक किया गया. हालांकि इजरायल की ओर आईं इतनी मिसाइलों में सिर्फ कुछ ही इजरायल की जमीन तक पहुंचीं. इजराइली सेना की ओर से दावा किया गया कि ईरान की ओर से दागी गईं मिसाइलों में से अधिकतर को हवा में ही खत्म कर दिया गया. इजराइल के दावों के विपरीत ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर ने कहा कि मिसाइलों में से 90 फीसदी ने अपने टारगेट पर हमला किया. मिसाइल हमलों और उन्हें हवा में मार गिराए जाने को लेकर ईरान और इजराइल के अपने-अपने दावे हैं.
इजराइल के दावों के बीच उसके आयरन डोम की काफी चर्चा है, जिसे एंटी मिसाइल सिस्टम में काफी खतरनाक माना जाता है. अब सवाल ये उठता है कि जिस तरह इजरायल के पास एंटी मिसाइल सिस्टम है, वैसा भारत के पास कुछ है?
इजरायल के पास सिर्फ आयरन डोम ही नहीं, बल्कि कई ऐसे सिस्टम हैं, जिनसे वो मिसाइल को हवा में खत्म कर सकता है. इजराइल के पास कई एयर डिफेंस सिस्टम हैं, जिनमें से हर एक को अलग-अलग ऊंचाई और दूरी पर आने वाली मिसाइलों को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है. इन सिस्टम में ऐरो-3, ऐरो-2, Iron Beam, लाइट ब्लेड, डेविड स्लिंग आदि शामिल हैं. ये सभी इजरायल के खास एयर डिफेंस सिस्टम हैं, जिनसे 90 फीसदी मिसाइलें जमीन पर नहीं पहुंच पाती है.
इजरायल के सबसे ताकतवर एयर डिफेंस सिस्टम का नाम 'आयरन डोम' है. ये वो रक्षा कवच है, जो ना सिर्फ पूरे देश को महफूज रखता है, बल्कि हमले के लिए दागे गए रॉकेट और मिसाइलों को हवा में ही खत्म कर देता है. अब सवाल ये है कि क्या इजरायल के आयरन डोम सिस्टम ने ईरान के सैकड़ों मिसाइलों को जमीन पर गिरने से पहले ही मार गिराया. करीब एक साल पहले जब गाजा पट्टी से इजरायल की तरफ रॉकेट दागे गए थे तो हमले के फौरन बाद इजरायल का एंटी मिसाइल सिस्टम एक्टिवेट हो गया था और सायरन की आवाज सुनाई देने लगी थी. इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम ने गाजा पट्टी की ओर से दागे गए तमाम रॉकेट को हवा में नष्ट कर दिया था.
एरो-3 इजरायल की जमीन से करीब 2 हजार 400 किलोमीटर दूर तक खतरे को खत्म कर सकती है. इसके बाद दूसरे नंबर पर डेविड स्लिंग है, जो मध्यम से लंबी दूरी के लिए काम करता है. इसकी रेंज 40 से 300 किलोमीटर के बीच है और ये करीब 15 किलोमीटर की ऊंचाई पर खतरों को रोक सकता है. इसका सक्सेस रेट 92 फीसदी माना जाता है.
अब बात करें भारत में हथियार की ताकतों की, तो भारत के आर्मी एक्सपर्ट्स के मुताबिक देश के पास काफी मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम है और अब इसे पूरी तरह से स्वदेशी बनाने की कोशिश की जा रही है. आयरन डोम की रेंज में भारत के पास आकाश है. उतनी ही शक्तिशाली और उतना ही ताकतवर.
इसके अलावा S-400 को दुनिया के सबसे शक्तिशाली एयर डिफेंस सिस्टम में एक माना जाता है. एंटी-एक्सेस और एरिया डिनायल के क्षेत्र में एस-400 काफी असरदार मानी जाती है. इसके अलावा और भी कई ऐसे स्वदेशी हथियार भारत के पास मौजूद हैं जिससे दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने में जरा भी देर नहीं लगेगी.