नई दिल्ली: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में 230 सीटों के लिए 17 नवंबर को मतदान है. बीजेपी, कांग्रेस समेत तमाम दलों के नेताओं ने चुनाव प्रचार में जमकर पसीना बहाया है. कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी ने 9 तो प्रियंका ने 10 सभाएं कीं. जबकि प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सबसे अधिक 114 चुनावी सभाएं को संबोधित किया है. राहुल ने दो स्थानों पर रोड शो और एक पार्टी मीटिंग भी की तो प्रियंका ने एक रोड शो किया. इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रदेश में 8 चुनावी सभाएं और एक मीटिंग की है. राहुल गांधी ने 5 दिन तो प्रियंका गांधी6 दिन, मल्लिकार्जुन खरगे ने 4 दिन का समय मध्य प्रदेश चुनाव में दिया है.
वहीं अगर बीजेपी नेताओं की बात करें तो पीएम मोदी सात दिन मध्य प्रदेश आए और 15 जनसभाओं को संबोधित और रोड शो किया. इसी तरह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सात दिन में 21 चुनावी सभाओं और रोड शो में हिस्सा लिया. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 28 दिन में 160 जनसभाएं की और प्रदेश की करीब-करीब सभी सीटों पर अपनी पहुंच बनाने की कोशिश की. वहीं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 17 दिन में 80 जनसभाओं को संबोधित किया. इसके बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने 21 दिन में 55 और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने 15 दिन में 40 और नरेंद्र सिंह तोमर ने भी 14 दिन में 38 जनसभाएं को संबोधितत किया.
इस बार 230 विधानसभा सीटों के लिए 2,533 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. इसमें 2,280 पुरुष और 252 महिला हैं. एक प्रत्याशी थर्ड जेंडर का है. बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवार सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ रहे है जबकि, बसपा ने 181, सपा ने 71 और आम आदमी पार्टी ने 66 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं.
मध्य प्रदेश की मतदाताओं की बात करें तो मध्य प्रदेश में 5,60,58,521 मतदाता हैं. इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 2.88 करोड़ है, जबकि महिला मतदाता 2.72 करोड़ हैं. इस बार सबसे खास बात ये है कि प्रदेश में कुल 22.36 लाख युवा पहली बार मतदान करेंगे. 18 से 19 साल के यह मतदाता पहली बार मतदान करेंगे. जबकि प्रदेश में 20 से 39 साल के मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 86 लाख हैं.
चुनाव के लिए मतदान दल 64,523 पोलिंग बूथों के लिए रवाना हो रहे हैं. सभी को जिलों से मतदान सामग्री का वितरण किया जा रहा है. मतदान दलों के वाहनों को ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) से कनेक्ट किया गया है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय हर जिले की पोलिंग पार्टियों के मूवमेंट पर नजर रखेगा. वोटिंग सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा. इसके अलावा 75 हजार से ज्यादा पोस्टल बैलेट यानी कर्मचारी हैं. जो अपना मत देंगे.
इस बार के विधानसभा के चुनाव में बीजेपी की तरफ से पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा, सीएम योगी आदित्यनाथ ने चुनाव प्रचार किया. वहीं कांग्रेस की तरफ से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, पीसीसी चीफ कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह समेत कई बड़े नेता चुनाव मैदान में उतरें. वहीं AAP के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती समेत अन्य नेताओं ने जमकर प्रचार करते हुए जनता से कई वादे किए है.
2018 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो यहां कांग्रेस ने 114 सीटें जीती थीं. इस तरह वह सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन बहुमत से 2 वोट से चूक गई थी. बीजेपी के हिस्से में 109 सीटे आईं थीं. हालांकि बाद में समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को समर्थन दिया और इस तरह कमल नाथ की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार बन गई. हालांकि डेढ़ साल बाद ही ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में 22 कांग्रेस विधायकों के विद्रोह के कारण कमल नाथ सरकार गिर गई और शिवराज सिंह की अगुवाई में बीजेपी सरकार का गठन हुआ था.
बुधनी विधानसभा सीट पर सीएम शिवराज सिंह चौहान चुनावी मैदान में है. विदिशा लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली बुधनी विधानसभा सीट से सीएम शिवराज 1990 में पहली बार विधायक चुने गए थे. उसके बाद 2006, 2008, 2013 और 2018 के विधानसभा चुनावों में भी वे इसी सीट से चुनाव जीतते रहे. 2018 में CM शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव को 58,999 वोटों से हराया था. शिवराज के सामने कांग्रेस ने रामायण में हनुमान का अभिनय करने वाले टीवी एक्टर विक्रम मस्ताल को चुनावी मैदान में उतारा है. जिससे चुनावी लड़ाई दिलचस्प बन गयी है.
छिंदवाड़ा विधानसभा सीट से मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ चुनावी मैदान में है. छिंदवाड़ा में कमलनाथ की मजबूत पकड़ है. उन्होंने मई 2019 में उपचुनाव में 25,800 से अधिक मतों के अंतर से विधानसभा चुनाव जीती थी. उनका दशकों लंबा राजनीतिक करियर छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से उनकी रिकॉर्ड नौ जीत हासिल करने का रहा है. 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने एक बार फिर विवेक बंटी साहू को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के मुकाबले चुनाव मैदान में उतारा हैं.
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