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Uttarkashi Tunnel Rescue Updates: मजदूरों तक पहुंची बड़ी मदद, खाना भेजा; अब DRDO के रोबोट्स करेंगे कमाल!

उत्तरकाशी के जिला मजिस्ट्रेट अभिषेक रुहेला ने सोमवार को कहा कि बचाव अभियान उन्नत चरण में है. आधिकारिक जानकारी जल्द ही जारी की जाएगी.

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Gyanendra Sharma
Last Updated : 20 November 2023, 06:46 PM IST
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Uttarkashi Tunnel Rescue Updates: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में टनल में फंसे मजदूरों के रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी टीम को बड़ी सफलता मिली है. रेस्क्यू में जुटी टीम ने टनल के अंदर फंसे 41 मजदूरों तक छह इंच मोटा पाइप पहुंचाया है, जिसके जरिए उन्हें खाना पहुंचाया जा रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस पाइप के जरिए मजदूरों से बातचीत भी की गई. नेशनल हाइवेज और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHIDLC) के डायरेक्टर अंशू मनीष खालगो ने बताया कि रेस्क्यू में जुटी टीम पाइप के जरिए मजदूरों के साथ संवाद करने में सक्षम थे.  

उन्होंने कहा कि हमने अपनी पहली सफलता हासिल कर ली है, जिसके लिए हम पिछले 9 दिनों से प्रयास कर रहे थे और ये हमारी पहली प्राथमिकता थी. 6 इंच का पाइप लगाया गया है और वे (फंसे हुए श्रमिक) इसके माध्यम से हमें सुन सकते हैं. अब हम उन्हें इस पाइप के जरिए खाना, मेडिकल सामान उपलब्ध कराएंगे. बता दें कि नेशनल हाइवेज और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHIDLC) रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी कई सरकारी एजेंसियों में से एक है.

DRDO ने भी भेजे दो रोबोट

उधर, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने भी ऑपरेशन में दो रोबोट्स को लगाया है। खलखो ने बताया कि DRDO ने 20 किलो और 50 किलो वजन के 2 रोबोट भेजे हैं. ये रोबोट धरती पर चलकर आगे जाते हैं लेकिन वहां की ज़मीन रेत की तरह है. मुझे आशंका है कि रोबोट वहां चल पाएंगे या नहीं. फिर भी हम कोशिश करेंगे. उन्होंने बताया कि ड्रीलिंग के लिए सारी मशीन आ रही हैं, एक-दो दिन में वे यहां पहुंच जाएंगी। मशीनों के आने में देरी के सवाल पर उन्होंने कहा कि मशीनें बहुत भारी हैं, उन्हें हवाई मार्ग से नहीं लाया जा सकता, उन्हें सड़क के रास्ते लाना पड़ेगा. इसके लिए BRO सड़क बना रही है.

जिला मजिस्ट्रेट बोले- उत्तरकाशी बचाव अभियान अंतिम चरण में

उत्तरकाशी के जिला मजिस्ट्रेट अभिषेक रुहेला ने सोमवार को कहा कि बचाव अभियान उन्नत चरण में है. आधिकारिक जानकारी जल्द ही जारी की जाएगी. उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात BRO के माध्यम से एक एप्रोच रोड बनाना है और हम उम्मीद कर रहे हैं कि यह इस छोर से आज रात या कल सुबह तक पूरा हो जाएगा. 

उधर, घटनास्थल पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि 6 इंच चौड़ी पाइप के जरिए मजदूरों तक प्लास्टिक की बोतलों में पौष्टिक भोजन भेजने की योजना बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि मजदूरों तक मूंग की खिचड़ी की आपूर्ति भी पाइप से ही भेजी जाएगी। अधिकारियों ने यह भी घोषणा की कि संचार बनाए रखने के लिए चार्जर से लैस एक फोन भेजा जाएगा. 

बता दें कि सुरंग बनाने वाले विशेषज्ञों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम सोमवार को साइट पर पहुंची. रेस्क्यू ऑपरेशन के 9वें दिन इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन के अध्यक्ष अर्नोल्ड डिक्स ऑपरेशन की निगरानी के लिए साइट पर मौजूद विशेषज्ञों में से एक थे. उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि हम उन लोगों को बाहर निकालने जा रहे हैं. यहां बहुत अच्छा काम किया जा रहा है. हमारी पूरी टीम यहां है और हम  उन्हें बाहर निकालेंगे. भोजन और दवा ठीक से उपलब्ध कराई जा रही है.

बता दें कि जिस सुरंग में मजदूर फंसे हैं, उसका निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड (NHIDCL) के तहत किया जा रहा है. यह केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी चार धाम ऑल वेदर रोड परियोजना का हिस्सा है. उधर, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के IG नरेंद्र सिंह बुंदेला ने कहा कि फंसे हुए श्रमिकों तक जल्द से जल्द पहुंचने के लिए एक सुरक्षित सड़क का निर्माण करना प्राथमिकता है.

पीएम मोदी को दी गई अपडेट

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मजदूरों को बचाने के लिए चल रहे राहत एवं बचाव अभियान के बारे में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की. प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य एजेंसियों के बीच आपसी समन्वय से श्रमिकों को सुरक्षित निकाला जाएगा. उन्होंने कहा कि फंसे हुए श्रमिकों का मनोबल बनाए रखने की जरूरत है.

वहीं, स्थिति की जानकारी देते हुए धामी ने कहा कि राज्य और केंद्रीय एजेंसियां ​​आपसी समन्वय और तत्परता के साथ राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि सुरंग में फंसे कर्मचारी सुरक्षित हैं। बता दें कि सरकार ने सभी एजेंसियों से बचाव अभियान में अब तक हुए विकास कार्यों की रिपोर्ट मांगी है.