UPSC cancels the provisional candidature of Puja Khedkar: विवादों से घिरी ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खडेकर को UPSC ने बड़ा झटका दिया है. संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने विवादित ट्रेनी IAS अधिकारी पूजा खेडकर की सिविल सेवा परीक्षा 2022 के आवेदन में अनियमितताओं के कारण उम्मीदवारी रद्द कर दी है. यानी अब वह ट्रेनी आईएएस भी नहीं रही. इतना ही नही आयोग ने उनके खिलाफ एक और बड़ा एक्शन लिया है. आयोग ने पूजा पर UPSC द्वारा आयोजित किसी भी परीक्षा में बैठने पर भी रोक लगा दी है. यानी वह भविष्य में यूपीएससी की किसी भी परीक्षा में भाग नहीं ले पाएंगी.
यूपीएससी परीक्षा में 821वीं रैंक हासिल करने वाली प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर पर अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप है. उन पर सिविल सेवा परीक्षा में अपनी पहचान को गलत तरीके से पेश करने का भी आरोप है.
Union Public Service Commission (UPSC) cancels the provisional candidature of Puja Manorama Dilip Khedkar, a provisionally recommended candidate of the Civil Services Examination-2022 (CSE-2022) and permanently debars her from all future exams and selections: UPSC
— ANI (@ANI) July 31, 2024
शारीरिक अक्षमता साबित करने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करने की रिपोर्ट के बाद यूपीएससी ने पूजा को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. इसके साथ ही उन्हें तुरंत लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में प्रस्तुत होने को कहा था. हालांकि, पूजा ने मेडिकल लीव लगाकर छुट्टी ले ली थी. आयोग ने उनका प्रशिक्षण रोक दिया था और उनकी ट्रेनिंग भी रद्द कर दी थी.
आयोग ने ताजा कार्रवाई पूजा खेडकर को महाराष्ट्र सरकार के जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम से मुक्त किए जाने के दो सप्ताह बाद की है.
पूजा खेडकर पर आरोप है कि उन्होंने ट्रेनी IAS अधिकारी के रूप में उन सुविधाओं की मांग की, जिनकी वह हकदार नहीं थीं. इसके अलावा उन पर एक वरिष्ठ अधिकारी के चेंबर पर कब्जा करने का भी आरोप है. उनके ऊपर सरकारी का दुरुपयोग करने का आरोप है. इसके साथ ही उन पर जो मुख्य आरोप है वह गलत तरीके से दिव्यांग सर्टिफिकेट बनवाकर यूपीएससी क्लीयर करने का है . पूजा ने UPSC की परीक्षा में दो मेडिकल सर्टिफिकेट लगाए थे. एक था मानसिक विकलांगता और दूसरा देखने में होने वाली दिक्कत से जुड़ा सर्टिफिकेट.