Nepal protest: सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने के फैसले ने नेपाल को भारी उथल-पुथल में डाल दिया है. सोमवार को राजधानी काठमांडू में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए, जिनमें ज्यादातर युवा थे. यह विरोध इतना उग्र हो गया कि इसे 'Gen Z का विद्रोह' कहा जाने लगा. पुलिस और प्रदर्शनकारियों की झड़पों में कम से कम 19 लोगों की जान चली गई, जबकि संसद भवन और नेताओं के घरों तक को आग के हवाले कर दिया गया. इस दौरान काठमांडू का त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी धुएं के कारण प्रभावित हुआ और कई भारतीय विमानों को डायवर्ट करना पड़ा.
दिल्ली से काठमांडू जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6E1153 और मुंबई से काठमांडू जा रही फ्लाइट 6E1157 को त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंडिंग की अनुमति नहीं मिली, जिसके चलते दोनों विमानों को लखनऊ डायवर्ट करना पड़ा. यहां ईंधन भरने के बाद दोनों फ्लाइट्स अपने-अपने शहर यानी दिल्ली और मुंबई लौटेंगी. आज काठमांडू के लिए फिलहाल कोई उड़ान संचालन नहीं हो रही है.
नेपाल के मुख्य अंतरराष्ट्रीय गेटवे त्रिभुवन एयरपोर्ट पर मंगलवार को दक्षिणी हिस्से से आने वाली फ्लाइट्स की लैंडिंग रोक दी गई. कारण था प्रदर्शनकारियों द्वारा आगजनी से उठता घना धुआं. एविएशन अथॉरिटी के अधिकारी ज्ञानेंद्र भुल ने बताया कि दृश्यता बेहद कम हो गई थी, जिसके चलते विमानों को लैंडिंग की अनुमति नहीं दी गई. इस वजह से दिल्ली और मुंबई से काठमांडू जाने वाली इंडिगो की दो फ्लाइट्स लखनऊ डायवर्ट कर दी गईं, जबकि एयर इंडिया ने दिल्ली-काठमांडू- दिल्ली रूट पर अपनी तीन उड़ानें रद्द कर दीं.
Travel Advisory
— IndiGo (@IndiGo6E) September 9, 2025
In view of the prevailing situation in #Kathmandu, the airport has been closed for operations. Consequently, all flights to and from Kathmandu stand suspended as of now.
If your travel is impacted, you may conveniently opt for an alternate flight or claim a…
फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट फ्लाइटराडार24 के मुताबिक, कई भारतीय विमान नेपाल के आसमान में घूमते रहे क्योंकि एयरपोर्ट बंद कर दिया गया था. इंडिगो की फ्लाइट 6E1153 (दिल्ली-काठमांडू) और 6E1157 (मुंबई-काठमांडू) लंबे समय तक काठमांडू एयरपोर्ट के ऊपर होल्ड पर रहीं. आखिरकार दोनों को लखनऊ उतारना पड़ा. यहां ईंधन भरने के बाद इन्हें मूल शहरों में वापस भेजा गया. एयर इंडिया की तीन फ्लाइट्स—AI2231/2232, AI2219/2220 और AI217/218—भी मंगलवार को कैंसिल करनी पड़ीं.
सोमवार को जब सरकार ने इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, यूट्यूब और एक्स जैसे प्लेटफॉर्म पर बैन लगाया तो हजारों लोग राजधानी काठमांडू में सड़कों पर उतर आए. यह प्रदर्शन जल्द ही हिंसक हो गया. संसद भवन के बाहर लगाए गए कांटेदार तारों को हटाकर भीड़ ने पुलिस को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया. पुलिस ने आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया, लेकिन प्रदर्शनकारी भारी संख्या में थे और उन्होंने संसद परिसर तक कब्जा कर लिया.
स्थिति इतनी बिगड़ गई कि प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली समेत कई शीर्ष नेताओं के घरों में आग लगा दी. मंगलवार को हालात और बिगड़े तो पीएम ओली ने इस्तीफा दे दिया. सोशल मीडिया पर साझा हो रहे वीडियो में संसद भवन से उठते धुएं के भयावह दृश्य और नेताओं के घरों पर हमले साफ दिखे. इसके बाद काठमांडू के स्कूल बंद कर दिए गए और कई हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया गया. प्रदर्शनों की शुरुआत सोशल मीडिया बैन के विरोध में हुई थी, लेकिन बाद में यह आंदोलन सरकार के कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ गुस्से में बदल गया.