Thackeray Brothers Reunion: महाराष्ट्र की सियासत में एक नया अध्याय तब लिखा गया, जब उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे, दो दिग्गज ठाकरे भाई, 20 साल बाद एक मंच पर एकजुट हुए. यह पुनर्मिलन केवल पारिवारिक नहीं, बल्कि मराठी अस्मिता और गौरव का प्रतीक बन गया. इस मौके पर उनके बेटे, आदित्य ठाकरे और अमित ठाकरे, भी अपने पिताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े नजर आए, जिसने इस आयोजन को और भी खास बना दिया.
मुंबई में आयोजित एक विशाल रैली में हजारों समर्थकों की भीड़ ने मराठी गौरव का उत्सव मनाया. यह रैली उस समय आयोजित की गई, जब राज्य सरकार ने महाराष्ट्र के स्कूलों में हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में अनिवार्य करने के दो सरकारी प्रस्तावों को वापस लिया. इस फैसले ने राज्य में भाषाई विवाद को जन्म दिया था, जिसके खिलाफ ठाकरे परिवार ने एकजुट होकर आवाज बुलंद की. रैली में उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ने मराठी भाषा और संस्कृति की रक्षा का संकल्प दोहराया.
#WATCH | Mumbai: Shiv Sena (UBT) chief Uddhav Thackeray's son and party leader Aaditya Thackeray, Maharashtra Navnirman Sena (MNS) chief Raj Thackeray's son and party leader Amit Thackeray shared a hug at their party's joint rally after the Maharashtra government scrapped two GRs… pic.twitter.com/dUSf6t2NKd
— ANI (@ANI) July 5, 2025
भाइयों और बेटों का मिलन
रैली के दौरान का एक वीडियो दिल को छू लेने वाला था. इसमें उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य और राज ठाकरे के बेटे अमित एक-दूसरे के बगल में खड़े होकर समर्थकों का आभार व्यक्त करते दिखे. तभी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने मंच पर आकर दोनों युवा नेताओं का हाथ पकड़ा और उन्हें उनके पिताओं के साथ खड़ा कर दिया. इस दौरान आदित्य अपने चाचा राज के पास और अमित अपने चाचा उद्धव के पास खड़े थे, और सभी ने एक साथ तस्वीरें खिंचवाईं.
#WATCH | Mumbai: Shiv Sena (UBT) chief Uddhav Thackeray's son and party leader Aaditya Thackeray, Maharashtra Navnirman Sena (MNS) chief Raj Thackeray's son and party leader Amit Thackeray also present at the stage where both parties are holding a joint rally after the… pic.twitter.com/ACD5u9aOaD
— ANI (@ANI) July 5, 2025
20 साल बाद एक मंच पर ठाकरे बंधु
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे ने 20 साल बाद एक साथ मंच साझा किया. रैली को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने कहा, “उद्धव और मैं 20 साल बाद साथ आ रहे हैं... जो बालासाहेब ठाकरे नहीं कर सके, हजारों अन्य नहीं कर सके, वह देवेंद्र फडणवीस ने कर दिखाया.” उद्धव ठाकरे ने केंद्र और राज्य में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी की आलोचना करते हुए कहा, “वे कथित तौर पर भारत पर ‘हिंदी, हिंदू, हिंदुस्तान’ का एजेंडा थोप रही है. हम मराठी भाषा में हिंदुत्व की विचारधारा की रक्षा करेंगे.”