हैदराबाद में रविवार को एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया गया. शहर में धमाकों की योजना बनाने वाले दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस के अनुसार, दो आरोपियों सिराज उर रहमान (29) और सैयद समीर (28) के सऊदी अरब में आईएसआईएस मॉड्यूल से जुड़े होने का संदेह है.
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना पुलिस के काउंटर-इंटेलिजेंस सेल ने एक संयुक्त अभियान के तहत एक गुप्त सूचना के आधार पर सबसे पहले रहमान को आंध्र प्रदेश के विजयनगरम से गिरफ्तार किया. अधिकारियों ने बताया कि रहमान ने पुलिस को कुछ जानकारियां दीं, जिसके बाद दूसरे संदिग्ध समीर को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया.
पुलिस ने संदिग्धों के ठिकाने से अमोनिया, सल्फर और एल्युमीनियम पाउडर सहित विस्फोटक सामग्री मिली है. ये पदार्थ आमतौर पर बम बनाने में इस्तेमाल किए जाते हैं. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किये गये दोनों व्यक्ति फिलहाल हिरासत में हैं और उन्हें जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा. अधिकारियों ने जनता से सतर्कता और सहयोग बनाए रखने का भी आग्रह किया.
यह कदम जम्मू-कश्मीर में 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले और पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बाद उठाया गया है. इस बीच, केंद्र ने राज्यों को चेतावनी दी थी कि स्लीपर सेल को सक्रिय करने की कोशिश हो सकती है.
पिछले महीने "मिनी स्विटजरलैंड" के नाम से मशहूर बैसरन घाटी में कई आतंकवादियों ने हमला कर दिया जिसमें एक नेपाली नागरिक समेत 26 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए. 7 और 8 मई की मध्य रात्रि को भारत ने पहलगाम हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया. इस ऑपरेशन ने द्विपक्षीय तनाव को बढ़ा दिया. चार दिन बाद, दोनों देशों ने ज़मीन, हवा और समुद्र पर सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई.