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India Daily

तमिलनाडु की पटाखा फैक्ट्री में भयानक विस्फोट, तीन मजदूरों की दर्दनाक मौत, 3 जिंदगी और मौत से लड़ रहे जंग

तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले में सोमवार को एक दुखद हादसा सामने आया, जब शिवकाशी के पास एक पटाखे की फैक्ट्री में हुए विस्फोट में तीन श्रमिकों की जान चली गई और तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए.

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Edited By: Garima Singh
Sivakasi fireworks unit blast
Courtesy: X

Sivakasi fireworks unit blast: तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले में सोमवार को एक दुखद हादसा सामने आया, जब शिवकाशी के पास एक पटाखे की फैक्ट्री में हुए विस्फोट में तीन श्रमिकों की जान चली गई और तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. यह घटना अंडियापुरम गांव में स्थित मरियम्मल फायरवर्क्स इकाई में दोपहर के समय हुई, जिसने स्थानीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया.

पुलिस सूत्रों के अनुसार, मरियम्मल फायरवर्क्स इकाई में उस समय करीब 50 श्रमिक पटाखों के निर्माण में व्यस्त थे. दोपहर के समय, रसायनों के आपसी घर्षण के कारण एक शेड में अचानक विस्फोट हो गया. इस भीषण विस्फोट ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी. पुलिस ने बताया, "रसायनों के घर्षण के कारण एक शेड में विस्फोट हो गया, जिसमें तीन मज़दूरों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए." इस हादसे ने आतिशबाजी इकाइयों में सुरक्षा मानकों की कमी पर एक बार फिर सवाल खड़े किए हैं.

बचाव और चिकित्सा सहायता

विस्फोट की सूचना मिलते ही अग्निशमन और बचाव सेवा के कर्मचारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने आग पर काबू पाया और राहत कार्य शुरू किए. घायल श्रमिकों को तत्काल शिवकाशी के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी स्थिति की निगरानी की जा रही है. स्थानीय लोगों और श्रमिकों के परिजनों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश और दुख व्याप्त है.

प्रशासनिक कार्रवाई

घटना के बाद, राजस्व और पुलिस अधिकारियों ने तुरंत घटनास्थल का दौरा किया और मामले की गहन जांच शुरू की. प्रारंभिक जांच में रसायनों के अनुचित भंडारण और सुरक्षा उपायों की कमी को हादसे का कारण माना जा रहा है. प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए आतिशबाजी इकाइयों में सुरक्षा मानकों की समीक्षा का आदेश दिया है.

आतिशबाजी उद्योग में सुरक्षा का सवाल

शिवकाशी, जो भारत की आतिशबाजी राजधानी के रूप में जाना जाता है, अक्सर इस तरह की दुर्घटनाओं के कारण चर्चा में रहता है. विशेषज्ञों का कहना है कि आतिशबाजी इकाइयों में सुरक्षा मानकों का पालन और नियमित निरीक्षण आवश्यक है. इस हादसे ने एक बार फिर सरकार और उद्योग मालिकों के लिए चेतावनी का काम किया है.