menu-icon
India Daily

'फिसल रही सदियों पुरानी विरासत, प्रियंका को सौंपे कमान..' भाई-बहन की टीम का तनाव खुलकर आया सामने, पूर्व MLA ने सोनिया गांधी को लिखा पत्र

कांग्रेस के पूर्व विधायक मोहम्मद मोकिम ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर मल्लिकार्जुन खड़गे को हटाने और प्रियंका गांधी को आगे लाने की मांग की है.

auth-image
Edited By: Km Jaya
Priyanka Gandhi and Rahul Gandhi India daily
Courtesy: @priyankagandhi x account

नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी में अंदरूनी मतभेद एक बार फिर खुलकर सामने आ गए हैं. शुक्रवार को भाजपा ने दावा किया कि पार्टी के भीतर 'टीम राहुल' और 'टीम प्रियंका' के बीच तनाव अब साफ दिखाई देने लगा है. यह विवाद उस समय उभरा जब ओडिशा के पूर्व कांग्रेस विधायक मोहम्मद मोकिम ने कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को हटाने की मांग की. 

उन्होंने लिखा कि खड़गे की उम्र अब पार्टी को प्रभावी नेतृत्व देने के लिए उपयुक्त नहीं है और कांग्रेस को युवा चेहरों की जरूरत है. पूर्व MLA मोहम्मद मोकिम ने सुझाव दिया कि प्रियंका गांधी वाड्रा जैसे युवा नेताओं को पार्टी में अधिक प्रमुख भूमिका दी जानी चाहिए. यह कदम इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि कांग्रेस पिछले कुछ वर्षों से लगातार चुनावी चुनौतियों का सामना कर रही है. 

भाजपा प्रवक्ता ने क्या कहा?

भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इस मुद्दे को उभारते हुए कहा कि कांग्रेस का आंतरिक संघर्ष अब सार्वजनिक हो चुका है और नेतृत्व को लेकर गहरी असहमति दिखाई दे रही है. उन्होंने लिखा कि युवाओं का कांग्रेस से जुड़ाव कमजोर हुआ है और पार्टी वर्तमान नेतृत्व में उनकी उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पा रही है. पूर्व विधायक मोकिम ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पार्टी कठिन दौर से गुजर रही है और उसे नए नेतृत्व की जरूरत है. उनके अनुसार मल्लिकार्जुन खड़गे की उम्र अब ऐसी स्थिति में है जहां पार्टी को नया उत्साह नहीं मिल पा रहा है. 

खड़गे कब बने थे कांग्रेस अध्यक्ष?

उन्होंने विश्वास जताया कि सोनिया गांधी और कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करेंगे. मल्लिकार्जुन खड़गे अक्टूबर 2022 में कांग्रेस अध्यक्ष बने थे और उन्होंने सोनिया गांधी की जगह संभाली थी जो 2019 से अंतरिम अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रही थीं. खड़गे पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक माने जाते हैं. वहीं प्रियंका गांधी वाड्रा ने 2019 में औपचारिक रूप से राजनीति में प्रवेश किया और वर्तमान में महासचिव हैं. 

हाल ही में लोकसभा में उनका वंदे मातरम पर दिया गया भाषण काफी चर्चित हुआ था. उधर राहुल गांधी का चुनाव सुधारों को लेकर भाषण राजनीतिक विवाद का कारण बना जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी.