नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो इन दिनों भारी संकट से गुजर रही है. पिछले कुछ दिनों में हजारों उड़ानें रद्द होने से देश के कई हवाई अड्डों पर अफरा-तफरी मच गई. यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ा, कई लोग रात भर एयरपोर्ट पर फंसे रहे. इस पूरे मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने बड़ा कदम उठाया है.
शुक्रवार को डीजीसीए ने इंडिगो की निगरानी करने वाले चार फ्लाइट ऑपरेशंस इंस्पेक्टरों (FOI) को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया. ये इंस्पेक्टर एयरलाइन की सुरक्षा और उड़ान संचालन की निगरानी के लिए जिम्मेदार थे. सूत्रों के मुताबिक इन अधिकारियों ने अपनी ड्यूटी में गंभीर लापरवाही बरती, जिसके चलते यह स्थिति पैदा हुई.
डीजीसीए ने इंडिगो के संचालन पर कड़ी नजर रखी हुई है. गुरुवार को एयरलाइन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) पीटर एल्बर्स को तलब किया गया था. वे खुद डीजीसीए के सामने पेश हुए और पूरी स्थिति की जानकारी दी. अब डीजीसीए के वरिष्ठ अधिकारी देश के 11 बड़े घरेलू हवाई अड्डों पर जाकर इंडिगो के संचालन की मौके पर जांच करेंगे.
यात्रियों की शिकायतों का सिलसिला थम नहीं रहा है. सोशल मीडिया पर लोग अपनी परेशानी की तस्वीरें और वीडियो शेयर कर रहे हैं. कई यात्रियों को दूसरी फ्लाइट्स से जाना पड़ा तो कईयों की छुट्टियां और जरूरी मीटिंग्स खराब हो गईं. इस सबके बीच इंडिगो ने यात्रियों से माफी मांगी है और राहत की घोषणा भी की है. एयरलाइन ने प्रभावित सभी यात्रियों को 10,000 रुपये का ट्रैवल वाउचर देने का ऐलान किया है. यह वाउचर भविष्य में इंडिगो की किसी भी उड़ान के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.
कंपनी का कहना है कि आज वह करीब 1,950 उड़ानें संचालित करेगी, जिनसे लगभग 3 लाख यात्री सफर करेंगे. फिलहाल इंडिगो अपनी उड़ानों को धीरे-धीरे सामान्य करने की कोशिश कर रही है, लेकिन डीजीसीए की सख्त सख्ती से साफ है कि सुरक्षा और यात्रियों की सुविधा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. आने वाले दिनों में इंडिगो पर और कार्रवाई हो सकती है अगर सुधार नहीं दिखा.