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रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जाएंगे स्वामी प्रसाद मौर्य! जानें क्या दिया दिलचस्प जवाब?

रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जाने के सवाल पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि अगर प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण पत्र मिलेगा तो जाने पर विचार करेंगे.

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Avinash Kumar Singh
Swami Prasad Maurya

हाइलाइट्स

  • रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य का बड़ा बयान
  • 'महर्षि वाल्मीकि के नाम पर एयरपोर्ट का नाम स्वागत योग्य कदम'

नई दिल्ली: रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर तैयारियां जोरों पर है. 22 जनवरी को रामलला का प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आयोजन किया जाएगा. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से रामलला प्राण प्रतिष्ठा का न्यौता सभी दलों के नेताओं को दिया जा रहा है. इसी बीच सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का बड़ा बयान सामने आया है. रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जाने के सवाल पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि अगर प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण पत्र मिलेगा तो जाने पर विचार करेंगे.

'महर्षि वाल्मीकि के नाम पर एयरपोर्ट का नाम स्वागत योग्य कदम'

अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने अयोध्या में बने नए एयरपोर्ट को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि अयोध्या में महर्षि वाल्मीकि के नाम पर एयरपोर्ट का नामकरण करना स्वागत योग्य कदम है. अच्छा होता एक पुजारी से अधिक जितने भी मंदिर है, हर मंदिर में वाल्मीकि जी के सम्मान में वाल्मीकि समाज के एक व्यक्ति को पुजारी अवश्य बनाया जाए.

'हिंदू धर्म एक धोखा... मोहन भागवत और PM मोदी कह चुके....'

बीते दिनों स्वामी प्रसाद मौर्य ने जंतर-मंतर पर बहुजन समाज अधिकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए हिंदू धर्म को धोखा बताया. मौर्य ने बड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा "हिंदू एक धोखा है. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत दो बार कह चुके हैं कि हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है, बल्कि यह जीने का एक तरीका है. प्रधानमंत्री मोदी भी कह चुके हैं कि हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है. जब ये लोग ऐसे बयान देते हैं तो भावनाएं आहत नहीं होतीं लेकिन अगर स्वामी प्रसाद मौर्य यही कहते हैं तो अशांति फैलती है.''

'कब किसको भागवान बुला लें ये किसको पता'

रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जाने के सवाल पर स्वामी प्रसाद मौर्य से पहले अखिलेश यादव ने बड़ा बयान देते हुए कहा "हमारी परंपरा व पूर्वज कहते हैं कि जब भगवान बुलाते हैं तो सब जाते हैं और कब किसको भागवान बुला लें ये किसको पता है? BJP के पास धार्मिक ध्रुवीकरण का सहारा बचा हुआ है.  इसके आलावा कुछ भी नहीं है, ये धर्म का इस्तेमाल राजनीति में पहले दिन से करते आए हैं. जनता को धोखा देना एक तरह से इनका व्यवहार समझ लें, धंधा समझ लें. इनका कार्यक्रम समझ लें या इनकी रणनीति समझ लें. धर्म से राजनीति करने का तरीका इनकी रणनीति का हिस्सा है. 2024 का चुनाव देश का संविधान को बचाने का चुनाव है."