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India Daily

Air India B787 door issue: एयर इंडिया की फ्लाइट के दरवाजे से आने लगीं अजीबोगरीब आवाजें, यात्री हुए पैनिक, सुरक्षा मुद्दे पर फिर उठे सवाल

दिल्ली से हांगकांग जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-314 में 1 जून को यात्रियों को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा. दरसक उड़ान शुरू होने के लगभग एक घंटे बाद बोइंग 787 विमान के एक दरवाजे से फुफकारने और गुर्राने जैसी आवाजें आने लगीं.

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Edited By: Garima Singh
Air India B787 door issue
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Air India B787 door issue: दिल्ली से हांगकांग जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-314 में 1 जून को यात्रियों को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा. दरसक उड़ान शुरू होने के लगभग एक घंटे बाद बोइंग 787 विमान के एक दरवाजे से फुफकारने और गुर्राने जैसी आवाजें आने लगीं. फ्लाइट अटेंडेंट्स ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दरवाजे के ऊपरी हिस्से में पतली जगह में कागज के नैपकिन डालकर उसे बंद किया, जिससे शोर कम हो  गया. विमान अपने गंतव्य हांगकांग की ओर बढ़ा और सुरक्षित रूप से उतर गया. हालांकि, यह घटना बोइंग 787 के दरवाजों से जुड़ी पहली घटना नहीं है. 

बोइंग 787 विमानों में दरवाजों से असामान्य आवाजों की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं. 2019 में जापान एयरलाइंस और 2022 में जर्मन की TUI एयरलाइंस और अमेरिकन एयरलाइंस की उड़ानों में भी ऐसी ही समस्याएं दर्ज की गईं. इन तीनों मामलों में पायलटों ने शोर के कारण विमान को वापस मूल हवाई अड्डे पर उतार लिया था. हाल ही में 12 जून को अहमदाबाद में हुई दुर्घटना के बाद बोइंग 787 की सुरक्षा चिंताएं और बढ़ गई हैं. 

 
यात्री का अनुभव और एयर इंडिया का बयान

एयर इंडिया की उड़ान AI-314 अपने निर्धारित समय से एक घंटे की देरी के साथ रात 11:45 बजे दिल्ली से रवाना हुई ही. एक यात्री ने सोशल मीडिया पर लिखा, "उड़ान भरने के करीब एक घंटे बाद, दरवाज़ा हिलने लगा और आवाज़ें आने लगीं। ऐसा लग रहा था कि हवा के दबाव के कारण दरवाज़े की सील खुल गई थी.'' एयर इंडिया ने अपने बयान में कहा, "उड़ान परिचालन से पहले विमान को कई इंजीनियरिंग जांचों से गुजरना पड़ता है, जिसमें सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है. उड़ान के दौरान सजावटी दरवाज़े के पैनल से फुफकारने जैसी आवाज़ आई, लेकिन सुरक्षा को कोई खतरा नहीं था. चालक दल ने शोर कम करने के लिए तुरंत कदम उठाएं. हांगकांग पहुंचने पर इंजीनियरिंग टीम ने जांच की और सभी सुरक्षा मापदंड सही पाए गए." एयर इंडिया ने यह भी बताया कि वापसी की उड़ान AI-315 में ऐसी कोई समस्या नहीं हुई. 

दरवाजे की आवाज का कारण क्या है?

नाम न बताने की शर्त पर एक सूत्र ने बताया, "जैसे-जैसे विमान ऊंचाई पर जाता है, केबिन के अंदर और बाहर वायुमंडलीय दबाव में अंतर बढ़ता है। बोइंग 787 में केबिन का दबाव 6,000 फीट की ऊंचाई जैसा होता है, जबकि विमान 40,000 फीट पर उड़ता है. यदि दरवाजे की सील में कोई खराबी होती है, तो दबावयुक्त हवा रिस सकती है, जिससे ऐसी आवाजें उत्पन्न होती हैं." बोइंग 787 में इलेक्ट्रॉनिक रूप से निगरानी वाला प्लग-टाइप दरवाजा होता है, जो बोइंग 777 और 737 के मैनुअल दरवाजों से भिन्न है.