इंदौर के एक व्यवसायी राजा रघुवंशी की मेघालय में हनीमून के दौरान हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया. मेघालय पुलिस ने इस मामले में बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी ने अपने पति की हत्या के लिए सुपारी दी थी और हत्यारों को 20 लाख रुपये देने की पेशकश की थी.
इस सनसनीखेज मामले में सोनम और उनके कथित प्रेमी राज कुशवाहा सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आइए, इस मामले की पूरी कहानी और पुलिस के खुलासों को पांच बिंदुओं में समझते हैं.
1. हनीमून बना हत्या का मंच
राजा रघुवंशी और सोनम की शादी 11 मई 2025 को इंदौर में हुई थी. शादी के महज नौ दिन बाद, 20 मई को, दोनों हनीमून के लिए मेघालय रवाना हुए. पुलिस के अनुसार, यह हनीमून सोनम की योजना का हिस्सा था, जिसका मकसद राजा की हत्या करना था. 21 मई को वे शिलांग पहुंचे और 22 मई को सोहरा (चेरापूंजी) गए. 23 मई को राजा और सोनम एक वॉटरफॉल देखने के लिए ट्रेकिंग पर निकले, जहां राजा की हत्या कर दी गई. उनका शव 2 जून को पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा में एक गहरी खाई में मिला.
2. सोनम ने रची हत्या की साजिश
मेघालय पुलिस ने खुलासा किया कि सोनम ने अपने कथित प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर इस हत्या की योजना बनाई थी. पुलिस के मुताबिक, सोनम ने तीन लोगों—आकाश राजपूत, विशाल सिंह चौहान और आनंद कुरमी—को हत्या के लिए 20 लाख रुपये की सुपारी दी थी. हत्या के दौरान सोनम ने राजा के बटुए से 15,000 रुपये निकालकर हत्यारों को दिए. हत्यारों ने बताया कि सोनम ने पहले 4 लाख रुपये की पेशकश की थी, लेकिन बाद में रकम बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दी. पुलिस इस दावे की जांच कर रही है.
3. हत्या का तरीका और सबूत
पुलिस के अनुसार, हत्या 23 मई को उस समय हुई जब राजा और सोनम सोहरा के वेई सॉडॉन्ग वॉटर riquefied zone. वॉटरफॉल के पास एक सुनसान जगह पर पहुंचकर सोनम ने थकान का बहाना बनाया और पीछे रह गईं. इसके बाद उन्होंने हत्यारों को राजा पर हमला करने का इशारा किया. हत्यारों ने एक कुल्हाड़ी से राजा के सिर पर दो बार वार किया, जिसके बाद उसका शव खाई में फेंक दिया गया. हत्या में इस्तेमाल कुल्हाड़ी गुवाहाटी के एक होटल के बाहर से खरीदी गई थी.
4. राज कुशवाहा का किरदार
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, राज कुशवाहा, जो सोनम का कथित प्रेमी था, ने हत्या की साजिश में अहम भूमिका निभाई. हालांकि, राज मेघालय नहीं गया, लेकिन उसने तीन हत्यारों को इंदौर से मेघालय भेजा और हत्या की योजना बनाई. गिरफ्तारी के बाद राज ने दावा किया कि उसने आखिरी समय पर हत्या का समर्थन करने से इनकार कर दिया था, लेकिन सोनम ने हत्यारों को 20 लाख रुपये देने का लालच देकर हत्या करवा दी. राज ने इंदौर में रहकर खुद को बचाने की कोशिश की और राजा के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ ताकि शक न हो.
5. सोनम की गिरफ्तारी और परिवार का रुख
हत्या के बाद सोनम 25 मई को इंदौर लौटीं और राज कुशवाहा से मिलीं. इसके बाद वह एक किराए के ड्राइवर के साथ उत्तर प्रदेश के गाजीपुर पहुंचीं, जहां उन्होंने 8 जून को नंदगंज पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण कर दिया. मेघालय पुलिस ने सोनम को गिरफ्तार कर शिलांग ले गई. सोनम के पिता देवी सिंह ने अपनी बेटी को निर्दोष बताया और मेघालय पुलिस पर सवाल उठाते हुए सीबीआई जांच की मांग की. वहीं, राजा की मां उमा रघुवंशी ने कहा कि सोनम ने ही हनीमून की योजना बनाई थी और राजा को महंगे गहने पहनने के लिए मजबूर किया था.