'पूर्णिमा में गर्भधारण न करें, ओजस्वी संतान पैदा करने के लिए...', छात्राओं को ज्ञान देतीं शहडोल DIG का वीडियो वायरल, यूजर्स ने लगा दी क्लास
सुहाने का यह वीडियो तीन महीने पुराना है. मध्य प्रदेश की शहडोल पुलिस ने महिला उत्पीड़न रोकने के लिए तीन महीने पहले मैं भी हूं अभिमन्यु अभियान की शुरुआत की थी. यह अभियान 9 अक्तूबर तक चला, इसका मुख्य उद्देश्य युवाओं और बच्चों में लैंगिक समानता और महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना जागृत करना था.
मध्य प्रदेश के शहडोल रेंज की डीआईजी सविता सुहाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. सुहाने ने इस वीडियो में जो कुछ भी कहा है, वह उसको लेकर लोगों के निशाने पर आ गए हैं. सोशल मीडिया पर लोग जमकर उनकी क्लास लगा रहे हैं. DIG सविता सुहाने एक स्कूल में भाषण देते वक्त छात्राओं से कह रही हैं, "कभी भी पूर्णिमा में गर्भधारण न करें, सूर्य को जल चढ़ाने से ओजस्वी संतान पैदा होती है..." उनके इस भाषण पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.
यूजर्स ने लगा दी क्लास
लोगों का कहना है कि एक पढ़ी-लिखी महिला कैसे इस तरह का बयान दे सकती है. कई लोगों ने कहा कि अगर एक अधिकारी इस तरह का बयान देगी तो छात्रों में वैज्ञानिक सोच कैसे विकसित होगी?
मैं भी हूं अभिमन्यु अभियान के दौरान दिया बयान
सुहाने का यह वीडियो तीन महीने पुराना है. मध्य प्रदेश की शहडोल पुलिस ने महिला उत्पीड़न रोकने के लिए तीन महीने पहले मैं भी हूं अभिमन्यु अभियान की शुरुआत की थी. यह अभियान 9 अक्तूबर तक चला, इसका मुख्य उद्देश्य युवाओं और बच्चों में लैंगिक समानता और महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना जागृत करना था. उसी दौरान एक स्कूल में बच्चों को संबोधित करते हुए डीआईजी सुहाने ने यह बात कही थी जिसको लेकर उनकी तीखी आलोचना हो रही है.
पूर्णिमा में गर्भधारण को लेकर क्या कहता है विज्ञान
डीआईजी ने छात्राओं से जो बात कही कि पूर्णिमा में गर्भधारण नहीं करना चाहिए, इसको लेकर कोई वैज्ञानिक कारण नहीं हैं. हालांकि मान्यताओं के अनुसार लोग इसको अच्छा या बुरा मान सकते हैं.