नई दिल्ली, 22 जनवरी: दिल्ली की एक अदालत ने आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता सत्येंद्र जैन द्वारा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद बांसुरी स्वराज के खिलाफ दायर मानहानि मामले में सुनवाई की अगली तारीख 1 फरवरी 2025 तय की है.
अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नेहा मित्तल ने बुधवार को सुनवाई स्थगित करते हुए यह कहा कि जैन ने मामले से संबंधित दस्तावेज स्वराज को सौंप दिए हैं.
1 फरवरी को दलीलों पर होगी बहस
न्यायमूर्ति नेहा मित्तल ने कहा, “शिकायतकर्ता की ओर से कुछ दस्तावेज दाखिल किए गए हैं. इनकी प्रति प्रस्तावित आरोपी संख्या एक के वकील को दे दी गई है. संज्ञान लेने के मुद्दे पर आगे की दलीलें 1 फरवरी 2025 को सुनी जाएंगी.”
क्या है मामला?
सत्येंद्र जैन ने आरोप लगाया है कि बांसुरी स्वराज ने 5 अक्टूबर 2023 को एक समाचार चैनल को दिए गए साक्षात्कार के दौरान उनके खिलाफ अपमानजनक और झूठी टिप्पणी की थी. जैन की शिकायत में कहा गया है कि स्वराज ने उनके घर से 1.8 किलोग्राम सोना, 133 सोने के सिक्के, और तीन करोड़ रुपये नकद बरामद होने का झूठा दावा किया था.
अपमानजनक टिप्पणी का आरोप
जैन का दावा है कि स्वराज ने यह बयान राजनीतिक लाभ पाने के लिए दिया और उन्हें "भ्रष्ट एवं धोखेबाज" कहकर बदनाम किया. जैन ने अपनी छवि को नुकसान पहुंचाने का हवाला देते हुए इसे मानहानि का मामला बताया.
अगली सुनवाई के लिए अदालत की तैयारी
अब 1 फरवरी को अदालत यह तय करेगी कि इस मामले में स्वराज के खिलाफ संज्ञान लिया जाए या नहीं. इस सुनवाई के दौरान दोनों पक्ष अपनी-अपनी दलीलें पेश करेंगे.