नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित प्रसिद्ध बोंडी बीच पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया के साथ पूरी मजबूती से खड़े होने का संदेश दिया है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग से फोन पर बात कर इस हमले पर गहरा दुख जताया और भारत की ओर से पूरा समर्थन देने की बात कही.
यह हमला हनुका पर्व के दौरान यहूदी समुदाय के कार्यक्रम को निशाना बनाकर किया गया था, जिसमें अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है और 40 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री से बात कर बोंडी बीच आतंकी हमले को लेकर गहरी संवेदना प्रकट की है और भारत की ओर से हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया है.
Just spoke to Australian Foreign Minister @SenatorWong.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) December 15, 2025
Conveyed our deepest condolences about the Bondi beach terrorist attack and offered our fullest support.
उन्होंने कहा कि इस दुखद घटना में जान गंवाने वालों और उनके परिवारों के साथ भारत पूरी एकजुटता के साथ खड़ा है. इससे पहले भी एस जयशंकर ने इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की थी. उन्होंने कहा था कि हनुका जैसे पवित्र पर्व के दौरान निर्दोष लोगों को निशाना बनाना मानवता के खिलाफ अपराध है. भारत आतंकवाद के हर रूप के खिलाफ है और ऐसे कृत्यों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.
ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों के अनुसार, रविवार को दो हथियारबंद हमलावरों ने बोंडी बीच पर फायरिंग शुरू कर दी थी. हमलावरों की पहचान पिता पुत्र की जोड़ी के रूप में हुई है, जिनके नाम साजिद अकरम और नवीद अकरम बताए गए हैं. पुलिस कार्रवाई में पिता को मौके पर ही मार गिराया गया, जबकि बेटा गंभीर रूप से घायल है और अस्पताल में इलाज चल रहा है.
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने इस घटना को देश के लिए एक काला दिन बताया है. उन्होंने कहा कि यह हमला सीधे तौर पर यहूदी समुदाय को निशाना बनाकर किया गया और हनुका के पहले दिन खुशी के माहौल को मातम में बदल दिया गया. उन्होंने भरोसा दिलाया कि सुरक्षा एजेंसियां इस हमले से जुड़े हर व्यक्ति की पहचान कर सख्त कार्रवाई करेंगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हमले की तीखी निंदा की है. उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलता है और इस मुश्किल घड़ी में ऑस्ट्रेलिया के साथ पूरी मजबूती से खड़ा है.