RSS 100 Years Bharat Mata Coin: आजाद भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब भारतीय मुद्रा पर भारत माता की भव्य छवि अंकित की गई है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की 100वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में भारत सरकार ने बुधवार को एक स्मारक सिक्का (₹100) और एक विशेष डाक टिकट जारी किया. यह क्षण भारतीय सांस्कृतिक धरोहर और राष्ट्रभक्ति की अनूठी मिसाल माना जा रहा है.
क्या है सिक्के की खासियत
इस 100 रुपये के सिक्के के एक ओर राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न अंकित है, जबकि दूसरी ओर सिंह के साथ वरद मुद्रा में भारत माता की दिव्य छवि दिखाई देती है. भारत माता के समक्ष RSS स्वयंसेवक श्रद्धा और समर्पण भाव से नतमस्तक नज़र आते हैं. यही नहीं, सिक्के पर संघ का बोध वाक्य भी अंकित है. “राष्ट्राय स्वाहा, इदं राष्ट्राय इदं न मम.” यह पहला अवसर है जब स्वतंत्र भारत की मुद्रा पर भारत माता की तस्वीर अंकित की गई है, जो इसे ऐतिहासिक और गौरवशाली बनाती है.
#WATCH | Delhi | PM Narendra Modi releases a specially designed commemorative postage stamp and coin highlighting the RSS’ contributions to the nation, on the occassion of the organisation's centenary celebrations.
Source: DD pic.twitter.com/8pMYdvMXzK— ANI (@ANI) October 1, 2025Also Read
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पीएम मोदी ने दिया संबोधन
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “हमारी पीढ़ी के स्वयंसेवकों के लिए यह सौभाग्य की घड़ी है कि हम संघ के शताब्दी वर्ष के साक्षी बन रहे हैं. यह केवल एक स्मृति नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है.” उन्होंने याद दिलाया कि 1963 की गणतंत्र दिवस परेड में भी RSS के स्वयंसेवक शामिल हुए थे और उन्होंने अदम्य राष्ट्रभक्ति का परिचय दिया था.
पीएम मोदी ने संघ की तुलना उस धारा से की, जिसके किनारे असंख्य जीवन पुष्पित-पल्लवित होते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में संघ शाखाओं को “व्यक्ति निर्माण की यज्ञ वेदी” बताया. उन्होंने कहा कि शाखा का मैदान ऐसा स्थल है, जहां एक स्वयंसेवक अहं से “वयं” तक की यात्रा करता है. संघ की यही कार्यप्रणाली “व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण” पिछले सौ वर्षों की आधारशिला रही है.
राष्ट्र निर्माण का संकल्प
पीएम मोदी ने कहा कि संघ ने सदैव एक ही ध्येय को आगे बढ़ाया है. “राष्ट्र प्रथम”. चाहे समय कितना भी कठिन रहा हो, स्वयंसेवकों ने राष्ट्र निर्माण, समाज सशक्तिकरण और एकता के लिए बलिदान दिए हैं. उन्होंने दोहराया कि संघ का लक्ष्य सदैव “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” रहा है.
RSS के शताब्दी वर्ष पर जारी स्मारक सिक्का और डाक टिकट केवल एक प्रतीक नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर और राष्ट्रीय चेतना का जीवंत दस्तावेज है. भारत माता की छवि अंकित यह सिक्का आने वाली पीढ़ियों को सदैव राष्ट्रभक्ति, समर्पण और संघ की सौ वर्षीय यात्रा की याद दिलाता रहेगा.