देश की राजधानी दिल्ली में 15 अगस्त की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. स्वतंत्रता दिवस पर देश के रंग में भंग डालने की तैयारी आतंकी कर रहे हैं. इन तैयारियों के बीच ही पुलिस ने इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) से जुड़े एक कुख्यात आतंकी को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस ने आतंकी का नाम रिजवान अब्दुल बताया है. इस आतंकी पर पुलिस ने 3 लाख रुपये का इनाम रखा था.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के मुताबिक रिजवान अब्दुल, दरियागंज का रहने वाला है. उसे गुरुवार रात को ही गिरफ्तार किया गया है. उसके कथित तौर पर ISIS के साथ लिंक है. आतंकी संघटन इस्लामिक स्टेट मध्य पूर्व की अशांति के लिए जिम्मेदार सबसे बड़ा संगठन है. इसके आतंकी, केरल और देश के कुछ हिस्सों से पहले भी सामने आ चुके हैं. पुलिस उसे पुणे का मुख्य ऑपरेटर माना जा रहा है.
नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी (NIA) ने उसके सिर पर 3 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. पुलिस को एक अरसे से इस आतंकी की तलाश थी. यह पुणे में सक्रिय था और ISIS के इशारे पर यहां काम कर रहा था. पुलिस ने इस आतंकी को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है कि क्या ये किसी बड़े मंसूबो को अंजाम देने वाला है. पुलिस उसके सहयोगियों के नाम भी जानने की कोशिश कर रही है.
दिल्ली में आतंकियों के लगे जगह-जगह पोस्टर
लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) संबोधन करने वाले हैं. दिल्ली में सेना की परेड भी होने वाली है. दिल्ली पुलिस ने पहले ही राजधानी में अलर्ट बढ़ा दिया है. दिल्ली के संवेदनशील इलाकों में तैनाती बढ़ा दी गई है. मेट्रो स्टेशन और रेलवे स्टेशनों पर बहुस्तरीय जांच की जाती है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज पर नजर रख रही है. दिल्ली में आतंकियों के पोस्टर भी जगह-जगह लगे हैं, जिससे उन्हें पहचाना जा सके. ऐसे में ये गिरफ्तारी बेहद अहम है.
दिल्ली-एनसीआर के ही एक सेफ हाउस में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना टिकी हुई हैं. वे रविवार को जान बचाकर बांग्लादेश से महज 45 मिनट से भागी थीं. बांग्लादेश के प्रर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में घुस आए थे. सेना ने किसी तरह उन्हें सुरक्षित भेजकर बाहर निकला, वरना अपने पिता शेख मुजीब जैसा उनका अंजाम हो सकता है. ऐसे में उनकी भी मौजूदगी के चलते दिल्ली में अतिरिक्त सुरक्षा दी गई है.