menu-icon
India Daily
share--v1

'हम उन शर्तों पर बातचीत नहीं करेंगे...', आतंकवाद को लेकर जयशंकर की पाकिस्तान को दो टूक

पाकिस्तान को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर का बड़ा बयान सामने आया है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहा था. हमने उस नीति को अप्रासंगिक बना दिया है.

auth-image
Avinash Kumar Singh
S Jaishankar

हाइलाइट्स

  • विदेश मंत्री डॉक्टर एस. जयशंकर की पाकिस्तान को दो टूक
  • 'आतंक के मुद्दे पर शर्तों के साथ बात नहीं'

नई दिल्ली: पाकिस्तान को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर का बड़ा बयान सामने आया है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहा है. हमने उस नीति को अप्रासंगिक बना दिया है. भारत ने पाकिस्तान को बातचीत की मेज पर लाने के लिए सीमा पार आतंकवाद का उपयोग करने की नीति को अप्रासंगिक बना दिया है. भारत सीमा पार आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा.

'उन शर्तों पर बातचीत नहीं करेंगे जहां पाकिस्तान आतंकवाद...'

एस जयशंकर ने अपने बयान में आगे कहा कि पाकिस्तान लंबे समय से सीमा पार से आतंकवाद का इस्तेमाल भारत पर बातचीत के लिए दबाव बनाने के लिए कर रहा है. हम पाकिस्तान से बातचीत से इनकार नहीं कर रहे पर हम उन शर्तों पर बातचीत नहीं करेंगे जहां पाकिस्तान आतंकवाद को वैध मानने की पैरोकारी कर रहा है. ऐसा नहीं है कि हम किसी पड़ोसी के साथ व्यवहार नहीं करेंगे. आखिरकार दिन के अंत में एक पड़ोसी एक पड़ोसी होता है, लेकिन बात यह है कि हम उन शर्तों के आधार पर व्यवहार नहीं करेंगे जो वे निर्धारित करते हैं. जहां आतंकवाद का अभ्यास वैध और प्रभावी माना जाता है.

 पड़ोसी संबंधों के लिए आतंक और शत्रुता से मुक्त वातावरण जरूरी 

भारत ने पिछले साल अगस्त में कहा था कि पाकिस्तान के साथ सामान्य संबंधों के लिए आतंक और शत्रुता मुक्त वातावरण जरूरी है. पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की ओर से भारत के साथ बातचीत की इच्छा व्यक्त करने के बाद सवालों का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत पाकिस्तान सहित अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ सामान्य संबंध चाहता है. विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा था कि हम पाकिस्तान सहित अपने सभी पड़ोसियों के साथ सामान्य पड़ोसी संबंधों की इच्छा रखते हैं. इसके लिए आतंक और शत्रुता से मुक्त वातावरण जरूरी है.