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Rameshwaram Cafe Blast: टोपी और नकाब वाला शख्स संदिग्ध, अब AI टेक्निक से तलाश में जुटीं टीमें

Rameshwaram Cafe Blast: बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में ब्लास्ट मामले में संदिग्ध की AI टेक्निक के जरिए तलाश की जा रही है. कैफे मे कम तीव्रता वाले IED ब्लास्ट मामले में अब तक 9 लोगों के घायल होने की खबर है.

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Rameshwaram Cafe Blast

Rameshwaram Cafe Blast: बेंगलुरु कैफे में कम तीव्रता वाले IED ब्लास्ट के आरोपी की AI टेक्निक के जरिए तलाश की जा रही है. शुक्रवार को हुए ब्लास्ट में अब तक 9 लोगों के घायल होने की खबर है, जिनमें से तीन की हालत गंभीर है. जांच में जुटी पुलिस के मुताबिक, एक संदिग्ध बैग में इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) लेकर आया था. उसने खाने का ऑर्डर लिया, खाया और थैला छोड़कर चलता बना. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, ब्लास्ट की जांच में जुटी बेंगलुरु पुलिस की NIA और NSG मदद कर रही है.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि कैफे के हाथ धोने वाले एरिया के पास छोड़े गए एक बड़े बैग के अंदर रखे टिफिन बॉक्स बैग में IED था, जिससे धमाका हुआ. शुक्रवार को दोपहर 12.56 बजे धमाका होने से लगभग एक घंटे पहले 25 से 30 साल की उम्र वाले एक शख्स को टोपी, चश्मा और मास्क पहने CCTV कैमरे में देखा गया था. इस शख्स को संदिग्ध बताया जा रहा है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में बल्ब फिलामेंट के साथ एक IED का संकेत मिला है, जिसे स्टील टिफिन बॉक्स में रखा गया था. फिलामेंट डेटोनेटर का यूज आमतौर पर इस्लामिक स्टेट (IS) के कार्यकर्ताओं की ओर से किया जाता है.

बेंगलुरु शहर पुलिस ने बताया कि गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम 1967 और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस की धाराओं से संकेत मिलता है कि धमाके को एक आतंकवादी घटना के रूप में माना जा रहा है. धमाके के बाद NIA की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची थी. संभावना है कि NIA मामले की जांच अपने हाथों में ले सकती है. 

करीब 250 लोगों से भरा था कैफे, अचानक मच गई चीख-पुकार

ब्रुकफील्ड (आईटीपीएल रोड के पास) में रामेश्वरम कैफे में दोपहर 12.55 बजे IED धमाका हुआ. इस दौरान कैफे में करीब 250 लोग थे. कैफे के आसपास के CCTV फुटेज के प्रारंभिक जांच से पता चला है कि धमाके को अंजाम देने वाला शख्स कैफे के ठीक पास एक बस से उतरता दिखा. करीब 11.30 बजे उसे कैफे के पास देखा गया. कैफे में आने के बाद उसने कैश काउंटर पर एक प्लेट रवा, इडली का पेमेंट किया और टोकन लिया. कैफे में आने के दौरान उसके पास एक बैग था, जिसे उसने हाथ धोने वाले एरिया में डस्टबिन के पास रख दिया और करीब 11.45 बजे बाहर चला गया. एक घंटे बाद, टाइमर का यूज करके धमाके को अंजाम दिया.

मामले को लेकर कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि संदिग्ध की पहचान कर ली गई है, उसके चेहरे की विशेषताओं को सीसीटीवी में कैद कर लिया गया है और उसे ट्रैक करने के लिए चेहरे को पहचानने वाली टेक्निक का यूज किया जा रहा है. शिवकुमार ने कहा कि सेंट्रल क्राइम ब्रांच को जांच सौंपी गई है और एक या दो दिन में संदिग्ध के पकड़े जाने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि आठ टीमें संदिग्ध की तलाश में जुटी हैं. संदिग्ध कहां से आया और कहां गया, ये जानने के लिए CCTV कैमरों की जांच की जा रही है.

ब्लास्ट वाली जगह पर पुलिस को जांच में क्या-क्या मिला?

पुलिस को घटनास्थल पर एक टाइमर डिवाइस, छर्रे के रूप में इस्तेमाल किए गए कुछ नट और बोल्ट, एक टिफिन बॉक्स के टूटे हुए टुकड़े और एक बैग मिला है. एक सीनियर पुलिस अफसर ने कहा कि किसी ने भी धमाके की जिम्मेदारी नहीं ली है. NIA के अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया है. बेंगलुरु में भीड़-भाड़ वाले इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है. 

पुलिस के मुताबिक, CCTV फुटेज में दिख रहा है कि धमाका तब हुआ जब लोग लंच में व्यस्त थे. धमाके के बाद कैफे धुएं और धूल से भर गया. ब्लास्ट में घायलों को अस्पताल में शिफ्ट किया गया है. डिप्टी सीएम शिवकुमार और राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने अस्पताल में घायलों से मुलाकात की है. शिवकुमार ने कहा है कि राज्य की सरकार घायलों के अस्पताल के बिल का भुगतान करेगी. उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि बेंगलुरुवासी डरें. हमने रेस्तरां को शनिवार सुबह से सामान्य परिचालन फिर से शुरू करने के लिए कहा है.