'वे गुंडों की तरह काम कर रहे हैं..मेरी बेटी ने भुगता खामियाजा...', एकनाथ शिंदे की शिवसेना पर क्यों भड़कीं रक्षा खडसे? जानें
रक्षा खडसे ने एकनाथ शिंदे की शिवसेना पर लोगों को डराने-धमकाने और गैरकानूनी गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी को भी इसका नुकसान उठाना पड़ा.
मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर टकराव की स्थिति सामने आ गई है. केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद रक्षा खडसे ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने दावा किया कि शिंदे गुट के कार्यकर्ता मुक्ताईनगर विधानसभा क्षेत्र में लोगों को डरा-धमका रहे हैं और गुंडों की तरह व्यवहार कर रहे हैं.
रक्षा खडसे ने कहा कि उनकी अपनी बेटी को भी इस दबाव का खामियाजा भुगतना पड़ा है. उनके आरोपों ने 'महायुति' गठबंधन में चल रहे अंदरूनी तनाव को और स्पष्ट कर दिया है. रक्षा खडसे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शिंदे गुट के कुछ कार्यकर्ता गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल लोगों को बढ़ावा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुक्ताईनगर क्षेत्र पारंपरिक रूप से भाजपा का गढ़ रहा है, लेकिन अब यह क्षेत्र शिंदे खेमे के पास चला गया है.
खडसे ने आगे क्या कहा?
खडसे ने याद दिलाया कि उनके ससुर एकनाथ खडसे ने भाजपा के नेतृत्व में इस सीट से कई बार जीत हासिल की थी. हालांकि 2024 में शिवसेना के चंद्रकांत पाटिल ने यहां से चुनाव जीता था. खडसे ने कहा कि गठबंधन की बातचीत रुकी और भाजपा ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया, जो वास्तविक भाजपा की परंपरा के अनुसार नहीं है.
चंद्रशेखर बावनकुले ने क्या कहा?
इस विवाद के बीच महाराष्ट्र सरकार के मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने 'महायुति' गठबंधन की मजबूती पर जोर दिया. उन्होंने दावा किया कि आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में गठबंधन 51 फीसदी से अधिक मत प्रतिशत के साथ अधिकतम सीटें जीतकर आएगा. बावनकुले ने कहा कि यदि सहयोगियों के बीच कुछ मतभेद हैं, तो उन्हें चुनाव परिणामों के बाद सुलझा लिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि राज्य में 246 नगर परिषदों और 42 नगर पंचायतों के चुनाव 2 दिसंबर को होंगे और परिणाम 3 दिसंबर को आएंगे. इसके साथ ही नगर निगम चुनाव जनवरी 2026 में होने की संभावना है. बावनकुले ने कहा कि जहां भी महायुति के घटक दल एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं, वहां मतदाताओं में उत्साह देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी जनता के बीच मजबूत स्थिति में हैं और चुनावी परिणाम गठबंधन की एकजुटता को साबित करेंगे.