मध्य प्रदेश के इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में मेघालय पुलिस ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है. इस हाई-प्रोफाइल हत्याकांड में मुख्य आरोपी राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. मेघालय पुलिस ने सोनम और उनके कथित प्रेमी राज कुशवाहा को इस जघन्य अपराध का मास्टरमाइंड बताया है. सोनम समेत पांचों आरोपियों को बुधवार को शिलॉन्ग की अदालत में पेश किया जाना है. इस बीच, पुलिस ने जांच के दौरान मिले सबूतों और शुरुआती भ्रामक नैरेटिव्स पर भी खुलकर बात की है.
मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विवेक स्येम ने प्रेस को संबोधित करते हुए बताया कि इस मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने सभी सबूतों की गहन पड़ताल की. शुरुआत में इस केस को लेकर कई तरह की अफवाहें और नैरेटिव्स सामने आए. कुछ लोग इसे अपहरण का मामला बता रहे थे, तो कुछ ने लूटपाट की थ्योरी दी. यहां तक कि राजा का परिवार भी इन्हीं संभावनाओं पर विचार कर रहा था. लेकिन पुलिस ने जब सबूतों को जोड़ा तो सच्चाई धीरे-धीरे सामने आई.
एसपी स्येम ने कहा कि हमारे पास शुरुआत में बहुत सारा डेटा था. जब हमने हर पहलू की जांच की तो तस्वीर साफ हो गई. सोनम के फोन रिकॉर्ड्स, कॉल डिटेल्स और यूपीआई ट्रांजेक्शंस ने हमें अहम सुराग दिए. यह स्पष्ट हो गया कि सोनम न केवल हत्या की साजिश में शामिल थी, बल्कि वह वारदात के बाद घटनास्थल से फरार भी हो गई थी.
सोनम और राज कुशवाहा की भूमिका
पुलिस जांच में पता चला कि सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर राजा की हत्या की योजना बनाई थी. दोनों की शादी 11 मई 2025 को हुई थी और मात्र नौ दिन बाद 20 मई को वे हनीमून के लिए शिलॉन्ग पहुंचे. 23 मई को नोंग्रियाट गांव के पास वेईसावडॉन्ग झरने के सुनसान इलाके में राजा की बेरहमी से हत्या कर दी गई. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, उनके सिर पर धारदार हथियार से दो गहरे वार किए गए थे.
पुलिस के अनुसार, सोनम ने राज कुशवाहा और तीन सुपारी किलर्स आकाश राजपूत, विशाल चौहान, और आनंद कुर्मी के साथ मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया. राज कुशवाहा, जो सोनम की फैक्ट्री में कर्मचारी था, इस साजिश का मास्टरमाइंड था. उसने फोन के जरिए कॉन्ट्रैक्ट किलर्स को निर्देश दिए और सोनम के साथ लगातार संपर्क में रहा.
हत्या के बाद फरार
हत्या के बाद सोनम और अन्य आरोपी अलग-अलग रास्तों से फरार हो गए. सोनम ने मवकडोक से शिलॉन्ग तक टैक्सी ली और फिर एक टूरिस्ट वैन से गुवाहाटी पहुंची. वहां से वह उत्तर प्रदेश के गाजीपुर पहुंची, जहां उसने 8 जून की रात एक ढाबे पर आत्मसमर्पण किया. पुलिस का मानना है कि सोनम का अचानक सामने आना तब हुआ, जब राज कुशवाहा और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने सोनम के फोन से राज कुशवाहा के साथ सैकड़ों कॉल्स के सबूत बरामद किए. इसके अलावा, सोनम ने राजा का पेटीएम अकाउंट इस्तेमाल किया, जिससे पुलिस को उसकी लोकेशन ट्रैक करने में मदद मिली. सीसीटीवी फुटेज में भी सोनम को हत्या से पहले संदिग्ध गतिविधियों में शामिल देखा गया.