नवी मुंबई के पनवेल इलाके में शनिवार, 2 अगस्त 2025 की देर रात महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यकर्ताओं ने एक डांस बार में जमकर तोड़फोड़ की. इस घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया. मनसे कार्यकर्ताओं ने 'नाइट राइडर्स बार' में घुसकर फर्नीचर तोड़ा, शराब की बोतलें फोड़ीं और पूरे डांस बार को तहस-नहस कर दिया.
मनसे कार्यकर्ताओं ने इस हमले को छत्रपति शिवाजी महाराज की पवित्र भूमि पर डांस बार के खिलाफ अपनी कार्रवाई बताया. मनसे के एक नेता ने कहा, "छत्रपति शिवाजी महाराज की इस पवित्र धरती पर डांस बार जैसे अश्लील स्थानों का कोई स्थान नहीं है. हम पनवेल या महाराष्ट्र के किसी भी हिस्से में इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे."
यह घटना मनसे प्रमुख राज ठाकरे के उस बयान के बाद हुई, जिसमें उन्होंने रायगढ़ जिले में बढ़ते डांस बारों पर तीखी नाराजगी जताई थी. ठाकरे ने एक सभा में कहा था कि छत्रपति शिवाजी महाराज की राजधानी रहे रायगढ़ में इस तरह के कारोबार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उनके इस बयान के कुछ ही घंटों बाद मनसे कार्यकर्ताओं ने पनवेल के नाइट राइडर्स बार पर हमला बोल दिया.
VIDEO | Maharashtra: MNS workers allegedly vandalised Night Rider Dance Bar in Panvel last night. More details awaited.
— Press Trust of India (@PTI_News) August 3, 2025
(Source: Third party)
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvqRQz) pic.twitter.com/BBCbSyEiPP
पनवेल पुलिस ने इस घटना का संज्ञान लिया है और जांच शुरू कर दी है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "हम सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान इकट्ठा कर रहे हैं. कोई भी कानून से ऊपर नहीं है." हालांकि, अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
पुलिस का कहना है कि जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. डांस बार के मालिकों ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है लेकिन सूत्रों के मुताबिक, इस तोड़फोड़ से बार को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है.
यह पहला मौका नहीं है जब मनसे कार्यकर्ताओं ने इस तरह की हिंसक कार्रवाई की हो. कुछ ही दिन पहले, ठाणे जिले के कल्याण में मनसे के एक नेता उल्हास भोईर का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे एक गेमिंग सेंटर के कर्मचारी को थप्पड़ मारते नजर आए. यह कार्रवाई इसलिए की गई थी क्योंकि गेमिंग सेंटर में स्कूल यूनिफॉर्म में बच्चे खेलते पाए गए थे, जिनके बारे में शिकायत थी कि वे स्कूल छोड़कर और घर से पैसे चुराकर वहां आ रहे थे.