नई दिल्ली: वोटर लिस्ट रिविजन यानी SIR को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर दो टूक हमला बोला है. उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया किसी सुधार की कोशिश नहीं, बल्कि मतदाताओं को परेशान करने वाला 'थोपा गया जुल्म' है.
राहुल ने आरोप लगाया कि मतदाता सूची की समीक्षा के नाम पर ऐसा सिस्टम खड़ा कर दिया गया है जिसमें लोग खुद को ढूंढते-ढूंढते थक जाएं और वोट चोरी का रास्ता खुला रहे. इस बीच तीन हफ्तों में 16 BLO की मौत का जिक्र करते हुए उन्होंने इसे गंभीर मानवीय संकट बताया.
राहुल गांधी ने SIR प्रक्रिया को 'अव्यवस्थित और अमानवीय' बताते हुए कहा कि देशभर में इस वजह से भारी अफरा-तफरी मची है. उन्होंने दावा किया कि पिछले तीन हफ्तों में 16 BLO की मौत हुई है. कहीं दिल का दौरा, कहीं तनाव और कहीं आत्महत्या. राहुल ने कहा कि इस प्रक्रिया को ऐसे चलाया जा रहा है, मानो BLO का जीवन 'कॉलैटरल डैमेज' हो. उनके अनुसार, यह सिर्फ प्रशासनिक नाकामी नहीं बल्कि एक गंभीर चूक है, जिसे सरकार नजरअंदाज कर रही है.
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने ऐसा सिस्टम थोप दिया है, जिसमें एक आम नागरिक को खुद का नाम खोजने के लिए 22 साल पुरानी मतदाता सूची के स्कैन पन्नों को छानना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया का असली मकसद यही है कि सही मतदाता थक जाए और वोट चोरी बिना रोक-टोक चलती रहे. उनका कहना है कि यह सिस्टम वोटर सुविधा के लिए नहीं, बल्कि मतदाता को हताश करने के लिए बनाया गया है.
SIR के नाम पर देश भर में अफ़रा-तफ़री मचा रखी है - नतीजा? तीन हफ्तों में 16 BLO की जान चली गई। हार्ट अटैक, तनाव, आत्महत्या - SIR कोई सुधार नहीं, थोपा गया ज़ुल्म है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 23, 2025
ECI ने ऐसा सिस्टम बनाया है जिसमें नागरिकों को खुद को तलाशने के लिए 22 साल पुरानी मतदाता सूची के हज़ारों स्कैन पन्ने… pic.twitter.com/oHdabs0kHe
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि भारत दुनिया भर के लिए आधुनिक सॉफ्टवेयर बनाता है, लेकिन चुनाव आयोग अब भी कागजों के ढेर पर टिका हुआ है. उन्होंने सवाल उठाया कि जब तकनीक इतनी आगे है, तो मतदाता सूची डिजिटल, सर्चेबल और मशीन-रीडेबल क्यों नहीं है? उनका कहना है कि अगर नीयत साफ होती, तो ECI जल्दबाजी में 30 दिन की हड़बड़ी वाले आदेश जारी करने के बजाय पारदर्शिता और जवाबदेही पर अधिक ध्यान देता.
राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में दावा किया कि SIR प्रक्रिया का असल उद्देश्य चुनावी गड़बड़ियों को छुपाना और वोट चोरी को आसान बनाना है. उन्होंने कहा कि असंगठित सिस्टम, गुमशुदा पन्ने और अपूर्ण लिस्टें मतदाताओं के लिए भारी परेशानी पैदा कर रही हैं. वोटर अपना नाम खोजने में उलझ जाते हैं, जबकि असली दोषी बिना किसी जांच के बच निकलते हैं. राहुल का कहना है कि यह प्रक्रिया मतदाता अधिकारों को कमजोर करती है.
राहुल गांधी के मुताबिक SIR सिर्फ एक खराब योजना नहीं, बल्कि एक सोचा-समझा राजनीतिक कदम है. उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया के जरिए नागरिकों को परेशान किया जा रहा है और BLO पर ऐसा दबाव डाला जा रहा है कि कई अपनी जान गंवा रहे हैं. राहुल ने आरोप लगाया कि सत्ता बचाने के लिए लोकतंत्र की बलि दी जा रही है, और इस पूरी प्रक्रिया को 'सिस्टमेटिक मैनिपुलेशन' बताया.