Agniveer Arrested In Robbery Case: पंजाब में हाईवे पर डकैती के आरोप में एक अग्निवीर को गिरफ्तार किया गया है. इश्मीत सिंह नाम के अग्निवीर को मोहाली पुलिस ने अपनी छुट्टी के दौरान हाईवे डकैती और वाहन चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोपी अग्निवीर ने अपने भाई और एक दोस्त के साथ मिलकर हाईवे पर कई गाड़ियों से लूट की वारदात को अंजाम दिया. इस दौरान उन्होंने अवैध हथियारों का यूज कर टैक्सी और ट्रक ड्राइवरों को धमकाया. पुलिस ने आरोपियों के पास से हथियार बरामद किया है.
पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी इश्मीत सिंह, नवंबर 2022 में भारतीय सेना में अग्निवीर के रूप में भर्ती हुआ था. छुट्टी के दौरान अचानक इश्मीत का मन बदल गया और उसने अपने भाई और दोस्त के साथ मिलकर अपराध की दुनिया में कदम रख दिया. उसने अवैध हथियार खरीदे और एक गिरोह बनाया, जो बाद में नेशनल हाईवे पर डकैती और वाहन चोरी में शामिल हो गया.
मोहाली पुलिस ने गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए इश्मीत सिंह और उसके गैंग के दो अन्य सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया. दो अन्य आरोपियों में इश्मीत का भाई प्रभदीप सिंह भी शामिल है. मोहाली के सीनियर एसपी (एसएसपी) संदीप गर्ग ने कहा कि तीसरा आरोपी बलकरन सिंह है, जो इश्मीत का दोस्त है.
पुलिस ने तीनों के पास से चोरी की टैक्सी, बुलेट मोटरसाइकिल, स्कूटर और कारतूस के साथ देसी पिस्तौल बरामद की है. एसएसपी गर्ग ने कहा कि इश्मीत उर्फ ईशू नवंबर 2022 में अग्निवीर के तौर पर भर्ती हुआ था. वह पश्चिम बंगाल में सेवारत था. उसने करीब दो महीने पहले छुट्टी ली थी, लेकिन फिर कभी ड्यूटी पर नहीं लौटा। इसके बजाय, उसने बालोंगी में एक कमरा किराए पर लिया और अपने भाई प्रभप्रीत सिंह और दोस्त बलकरन सिंह के साथ मिलकर चोरी और डकैती करना शुरू कर दिया.
गर्ग ने बताया कि पुलिस को बंदूक की नोक पर वाहन चोरी करने वाले गिरोह के बारे में सूचना मिली थी. वे चोरी के वाहनों पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर निजी इस्तेमाल या फिर आगे बेचने के लिए इस्तेमाल करते थे. इस सूचना के आधार पर मोहाली के सदर कुराली थाने में संदिग्धों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया.
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि तीनों संदिग्ध पिछले करीब दो महीने से बालोंगी में किराए के कमरे में रह रहे थे. एसएसपी ने कहा कि हम अग्निवीर, उसकी भर्ती और उसके पिछले इतिहास के बारे में तथ्यों की जांच कर रहे हैं कि वह ऐसी किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल था या नहीं.
एसएसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान इश्मीत ने खुलासा किया कि वह अपनी छुट्टी के दौरान यूपी के कानपुर से अवैध हथियार लेकर आया था. गर्ग ने बताया कि गिरोह के काम करने के तरीके में ऐप के जरिए टैक्सी बुक करना और फिर बंदूक की नोक पर वाहन चोरी करना शामिल है. 20 जुलाई की रात को ऐसी ही एक घटना में उन्होंने चप्परचिरी के पास एक टैक्सी रोकी, ड्राइवर की आंखों में मिर्च का स्प्रे छिड़का और वाहन चुरा लिया. ड्राइवर के विरोध करने पर उन्होंने देसी पिस्तौल से गोली भी चलाई. इस मामले में बलौंगी थाने में मामला दर्ज किया गया है.