Political Controversy: कांग्रेस नेता उदित राज ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती को लेकर एक विवादित बयान दिया है, जिससे सियासी हलचल तेज हो गई है. उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के उपदेश का हवाला देते हुए कहा कि अब मायावती का गला घोंटने का समय आ गया है. उदित राज का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिस पर बीजेपी समेत कई राजनीतिक दलों ने आपत्ति जताई है.
उदित राज का विवादित बयान
आपको बता दें कि पूर्व सांसद उदित राज ने अपने एक्स (Twitter) हैंडल पर पोस्ट कर लिखा, ''कृष्ण ने कहा था कि न्याय के लिए लड़ो, जरूरत पड़े तो अपने सगे-संबंधियों को भी मार दो. बसपा की चीफ सुश्री मायावती जी ने जो सामाजिक आंदोलन का गला घोंटा है, अब उनका गला घोंटने का वक्त आ गया है.''
उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी यही बात दोहराई और कहा, ''श्रीकृष्ण ने कहा कि कोई सगा-संबंधी नहीं होता, न्याय के लिए लड़ो, अपने ही लोगों को मारो. आज उसी मोड़ पर हमारे कृष्ण ने मुझे कह दिया है कि सबसे पहले जो अपना दुश्मन है उसे खत्म करो. मायावती ने सामाजिक आंदोलन का गला घोंटा है, अब उनका गला घोंटने का समय आ गया है.''
मायावती का जवाब
वहीं मायावती ने पलटवार करते हुए कहा, ''गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं'' बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस विवादित बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस कभी भी डॉ. भीमराव अंबेडकर की नीतियों और सोच पर खरी नहीं उतर सकती. उन्होंने कहा, ''कुछ अवसरवादी और स्वार्थी दलित नेता अपने आकाओं को खुश करने के लिए अनर्गल बयानबाजी करते रहते हैं. बहुजन समाज को ऐसे लोगों से सावधान रहने और उन्हें गंभीरता से नहीं लेने की जरूरत है.''
बीजेपी ने किया कांग्रेस पर हमला
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उदित राज के इस बयान की कड़ी आलोचना की है. भाजपा नेता अमित मालवीय ने ट्वीट करते हुए लिखा, ''कांग्रेस नेता उदित राज कह रहे हैं कि उनके ‘कृष्ण’ ने उन्हें आदेश दिया है कि मायावती को खत्म कर दिया जाए. क्या राहुल गांधी ही वह कृष्ण हैं? कांग्रेस के भीतर इतनी झुंझलाहट बढ़ गई है कि अब भाषा और राजनीति, दोनों में हिंसा का भाव आ गया है?'' उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस हमेशा से दलित विरोधी रही है और यह बयान उसी मानसिकता को दर्शाता है.
राजनीतिक विवाद बढ़ा
उदित राज के इस बयान ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है. बसपा और भाजपा के अलावा अन्य दलों ने भी इस बयान की आलोचना की है. अब देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस पार्टी इस विवादित बयान पर क्या रुख अपनाती है.