हर साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशभर के बहादुर पुलिसकर्मियों और अन्य सुरक्षाबलों से जुड़े जवानों को सम्मानित किया जाता है. इस बार उत्तर प्रदेश से 18 जवानों का नाम चुना गया है. इनमें उन पुलिस अफसरों के नाम भी शामिल हैं जो माफिया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद का एनकाउंटर करने वाली टीम में शामिल थे. डीएसपी नवेंदु सिंह और विमल कुमार सिंह का नाम वीरता पदक के लिए तय हुआ है. बता दें कि असद अहमद उमेश पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी था और 13 अप्रैल 2023 को पुलिस ने झांसी में हुए एक एनकाउंटर में उसे मार गिराया था.
जिन लोगों के नाम वीरता पदक के लिए तय हुए हैं उनमें उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) के अन्य जवान भी हैं. इनमें इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार सिंह, ज्ञानेंद्र कुमार राय के साथ-साथ हेड कॉन्स्टेबल सुनील कुमार और सुशील कुमार को भी सम्मानित किया जाएगा. एसटीएफ में शामिल रहे कुल 12 लोगों में से 6 के नाम राष्ट्रपति वीरता पदक के लिए चुने गए हैं. डीएसपी नवेंदु सिंह पहले भी कई बार सम्मानित किया जा चुका है.
उत्तर प्रदेश के दो डीएसपी नवेंदु कुमार और विमल कुमार सिंह के अलावा इंस्पेक्टर राजीव चौधरी, जितेंद्र कुमार सिंह, अनिल कुमार सिंह और ज्ञानेंद्र कुमार राय के नाम हैं. इसके अलावा, सब इंस्पेक्टर राकेश कुमार सिंह चौहान, जितेंद्र प्रताप सिंह, जयवीर सिंह, हेड कॉन्स्टेबल अनिल कुमार, सुनील कुमार, सुशील कुमार, रईस अहमद जैसे पुलिसकर्मियों के नाम शामिल हैं.
बता दें कि हर साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कुल पुलिस के जवानों को चार कैटगरी में पुरस्कार दिए जाते हैं. ये चार कैटगरी- वीरता के लिए राष्ट्रपति पदक (PMG), वीरता के लिए पदक (GM), विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (PSM) और सराहनीय सेवा के लिए पदक (MSM) हैं. इस बार उत्तर प्रदेश के 17 जवानों को वीरता के लिए पदक, चार जवानों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक और 70 जवानों को सराहनीय सेवा के लिए पदक दिया जाना है.
देशभर के पुलिस जवानों में से एक वीरता के लिए राष्ट्रपति पदक, 208 को वीरता पदक, 75 को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक और 624 लोगों को सराहनीय सेवा के लिए पद से सम्मानित किया जाएगा. इसी तरह फायर सर्विस, होम गार्ड और सिविल डिफेंस को भी सम्मानित किया जाता है. तेलंगाना के हेड कॉन्स्बेटल सी यादैया को इस बार राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा.