अक्सर कहा जाता है कि प्रधानमंत्री जैसे बड़े पद पर बैठे व्यक्ति को रोज़ाना हजारों लोगों और मुद्दों से दो-चार होना पड़ता है, ऐसे में व्यक्तिगत पलों को याद रखना लगभग असंभव है. लेकिन नरेंद्र मोदी इस धारणा को गलत साबित करते हैं.
छत्तीसगढ़ और राजस्थान के दो बड़े नेताओं ने उनके साथ बिताए अनुभव साझा करते हुए बताया कि मोदी न केवल हर किसी से गहराई से जुड़ते हैं, बल्कि उनकी संवेदनशीलता और तेज याददाश्त उन्हें भी अचंभित कर देती है.
मंच पर याद किया जन्मदिन
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बताया कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक अस्पताल का उद्घाटन करने उनके राज्य आए थे, तब हजारों लोगों की मौजूदगी में उन्होंने अचानक उनके जन्मदिन की याद दिलाई. मंच से पीएम मोदी ने कहा, 'आज मेरे मंत्री विष्णुदेव साय का जन्मदिन है, मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं.' यह क्षण उनके लिए बेहद भावुक और खास था. साय के अनुसार, यह सिर्फ एक साधारण बात नहीं थी, बल्कि इसने साबित किया कि प्रधानमंत्री हर व्यक्ति को व्यक्तिगत रूप से महत्व देते हैं और उनके जीवन के छोटे-छोटे पलों को भी याद रखते हैं.
रिक्शा चालक की मदद से दिखाई संवेदनशीलता
साय ने आगे बताया कि उसी दिन उन्होंने प्रधानमंत्री को जानकारी दी कि रायगढ़ का एक रिक्शा चालक एम्स में भर्ती है और उसके इलाज के लिए तत्काल पैसों की आवश्यकता है. बिना किसी देरी के पीएम मोदी ने तीन लाख रुपये सीधे अस्पताल को भेज दिए.
इस कदम ने वहां मौजूद सभी लोगों को भावुक कर दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने उस दिन प्रधानमंत्री का असली चेहरा देखा- एक ऐसा नेता जो न केवल देश चलाता है, बल्कि जनता के दुख-दर्द को भी दिल से महसूस करता है.
दीया कुमारी को चौंकाने वाला पल
राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने भी पीएम मोदी के साथ जुड़ा एक निजी अनुभव साझा किया. उन्होंने कहा कि जब वह उनसे मिलने गईं तो प्रधानमंत्री ने सबसे पहले उनकी मां का हालचाल पूछा. इतना ही नहीं, उन्होंने उनकी मां के शुगर लेवल के बारे में भी जानना चाहा.
दीया कुमारी इस बात से दंग रह गईं कि इतने व्यस्त शेड्यूल के बावजूद पीएम मोदी को यह बारीकी तक याद थी. उनके मुताबिक, यह केवल संवेदनशीलता ही नहीं, बल्कि लोगों के साथ गहरे जुड़ाव का संकेत भी था.
परिवार जैसा अपनापन
दीया कुमारी ने आगे बताया कि कई मौकों पर जब वह अपनी मां के साथ प्रधानमंत्री से मिलीं, तो मोदी ने उनसे गुजराती में बातचीत की. इसने उन्हें ऐसा महसूस कराया जैसे वह देश के प्रधानमंत्री से नहीं, बल्कि अपने परिवार के किसी सदस्य से बातचीत कर रही हों.
उनके अनुसार, यह गर्मजोशी, ध्यान और अद्भुत स्मरण शक्ति ही नरेंद्र मोदी को एक अलग और खास नेता बनाती है. यही वजह है कि लोग उन्हें सिर्फ प्रधानमंत्री नहीं, बल्कि एक संवेदनशील इंसान के रूप में भी देखते हैं.