Pakistan On PM Modi: लोकसभा चुनाव 2024 में NDA की जीत के बाद नरेंद्र मोदी 9 जून को फिर से देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. ऐसे में उन्हें दुनियाभर के बड़े नेता बधाई दे रहे हैं. इतना ही नहीं व्यापार जगत के दिग्गज भी नरेंद्र मोदी की ओर आसा से देख रहे हैं और उन्हें बधाई दे रहे हैं. और तो और मालदीव के नेता बधाई देते हुए शपथ ग्रहण में आने वाले हैं लेकिन सीमा साझा करने वाले पड़ोसी पाकिस्तान ने अभी कर कोई बधाई नहीं दी. उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया जिसकी अब चर्चा हो रही है.
लोकसभा चुनाव 2024 1 जून को संपन्न हुए. इसी रोज शाम तक एग्जिट पोल में साफ हो गया था कि NDA सरकार बना ले जाएगी. हालांकि, 4 जून को रिजल्ट वाले दिन सीटें उतनी तो नहीं आईं लेकिन NDA को बहुमत मिल गया. इसके बाद से ही नरेंद्र मोदी को दुनियाभर से बधाई मिल रही हैं.
पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि उनके देश के लिए भारतीय प्रधानमंत्री को बधाई देना जल्दबाजी होगी. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच से पूछा गया कि क्या पाकिस्तान ने आम चुनाव जीतने पर नरेंद्र मोदी को आधिकारिक तौर पर बधाई दी है. इसपर उन्होंने कहा कि हमें उनकी चुनावी प्रक्रिया पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है. भारत में अभी सरकार का गठन हो रहा है.. इसलिए प्रधानमंत्री को बधाई देने की बात करना जल्दबाजी होगी.
प्रेस ब्रीफिंग में बलूच ने कहा कि पाकिस्तान, भारत सहित सभी पड़ोसियों के साथ सहयोगी संबंध चाहता है. हम बातचीत के जरिए विवादों का समाधान चाहते हैं. पाकिस्तान, भारत की ओर से आ रही कठिनाइयों के बावजूद, जिम्मेदार तरीके से काम कर रहा है.
हमने जम्मू-कश्मीर के मुख्य विवाद सहित सभी लंबित मुद्दों को हल करने के लिए लगातार रचनात्मक वार्ता और सहभागिता की वकालत की है. 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 को रद्द कर दिया. इससे इस्लामाबाद और दिल्ली के बीच बने बातचीत के माहौल को नुकसान पहुंचा है.
बता दें भारत ने शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए पाकिस्तान को न्योता नहीं दिया है. इस पर पाकिस्तान में भी माहौल गरम है. वहां के पत्रकार ने अपनी ही सरकार को घेरा है. जबकि, एक पाकिस्तानी-अमेरिकी बिजनेसमैन ने पाक को सलाह भी दी है.
कमर चीमा ने भारतीय विदेश नीति की तारीफ की है और कहा कि भारत सार्क की अपनी सेटिंग कर रहा है, जिसमें वह पाकिस्तान को नहीं चाहता. वहीं एक पाकिस्तानी-अमेरिकी बिजनेसमैन ने कहा 'नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनना न केवल भारत में बल्कि पूरे दक्षिण एशिया क्षेत्र में स्थिरता के लिए अच्छा है. उन्होंने कहा कि मोदीराज में पाकिस्तान को चीन छोड़ भारत का रुख करना चाहिए.