भुवनेश्वर: कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (KISS) में पढ़ने वाले क्लास 9 के स्टूडेंट की रहस्यमयी मौत ने एक गंभीर मोड़ ले लिया है. पुलिस का कहना है कि लड़के की हत्या उसके क्लासमेट्स ने की थी. यह उस दावे से बिल्कुल अलग है, जो स्कूल ने किया है. बता दें कि इंस्टीट्यूट ने कहा था कि इस बच्चे की मौत हॉस्टल के बाथरूम में फिसलने से हुई थी. हालांकि, पुलिस जांच में यह नई बात सामने आई है, जो इस कहानी को किसी और ही मोड़ पर ले जा रही है.
यह बच्चा 14 साल का था और इसका नाम सिबा मुंडा था. यह क्योंझर जिले के टिकरगुमुरा गांव का रहने वाला था. इस बच्चे की मौत 12 दिसंबर को भुवनेश्वर के KIMS मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में हुई. बच्चे की मौत के बाद उसके परिवार को हादसे को लेकर शक हुआ. परिवार का कहना है कि स्कूल अधिकारियों ने उनके अहम बातें छिपाई हैं.
इस हादसे के विरोध में परिवार ने सिबा के शव के साथ क्योंझर कलेक्टर के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया. अपने बेटे की मौत के बारे में न्याय और साफ जवाब की मांग की. सिबा के पिता रघुनाथ मुंडा के अनुसार, स्कूल अधिकारियों ने शुक्रवार सुबह उनसे बात की और बताया कि उनका बेटा अचानक बीमार पड़ गया है. फिर उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.
#WATCH | Bhubaneswar, Odisha | Cuttack Police Commissioner Suresh Dev Datta Singh says, "A student died at Kalinga Institute of Social Sciences (KISS) on 12 December. It was declared a natural death due to a heart attack, and his body was handed over to his parents. Later in… pic.twitter.com/z0CTzkHNgp
— ANI (@ANI) December 17, 2025
उन्होंने बाद में दावा किया कि स्कूल और हॉस्पिटल ने परिवार को सही मेडिकल रिपोर्ट, डिस्चार्ज पेपर या मौत के कारण के बारे में कोई भी सही जानकारी नहीं दी है. इन्फोसिटी पुलिस स्टेशन के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सिबा पर हॉस्टल के अंदर हमला किया गया था. खबरों के अनुसार, यह घटना तब हुई जब दाल गिरने जैसी छोटी बात के बाह एक बहस शुरू हुई. इस बहस के दौरान सिबा के तीन क्लासमेट्स ने उसे पीटा. फिर वॉशरूम में उसका गला घोंट दिया.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से यह पता चला है कि सिबा की मौत की वजह गलती से गिरना नहीं बल्कि हत्या थी. यह इंस्टीट्यूट अधिकारियों के बयान से एकदम अलग है. सिबा के शरीर पर चोटें थीं और उससे पुष्टि होती है कि उसके साथ मारपीट की गई थी. इस मामले को लेकर तीन छात्रों को हिरासत में ले लिया गया. ये सभी बच्चे नाबालिग हैं. इन्हें खुर्दा जिले में जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया गया. वहीं, आगे की कार्रवाई के लिए सुधार गृह भेज दिया गया है.