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India Daily

'वोटबैंक के चक्कर में आतंकवाद रोकने के लिए कुछ नहीं किया', अमित शाह ने राज्यसभा में विपक्ष के वॉकआउट पर साधा निशाना

विपक्ष के वॉकआउट से पहले शाह ने कहा, 'कल आप (कांग्रेस) पूछ रहे थे कि वे (पहलगाम के आतंकवादी) आज ही क्यों मारे गए? उन्हें कल क्यों नहीं मारा जाना चाहिए था? क्योंकि राहुल गांधी को अपना भाषण देना था?

Sagar
Edited By: Sagar Bhardwaj
amit shah

संसद के मानसून सत्र का आज 8वां दिन है. बुधवार को ऑपरेशन सिंदूर पर राज्यसभा में बहस जारी है. राज्यसभा में जैसे ही गृहमंत्री अमित शाह ऑपरेशन सिंदूर पर अपनी बात रखने के लिए खड़े हुए विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया. इस पर अमित शाह ने कहा, 'मुझे मालूम है कि ये लोग (विपक्ष) क्यों भाग रहे हैं, ये इसलिए भाग रहे हैं क्योंकि इतने सालों तक अपनी वोटबैंक के चक्कर में आतंकवाद को रोकने के लिए इन्होंने कुछ नहीं किया... इसलिए ये लोग ये डिबेट सुन ही नहीं सकते हैं.'

कल आतंकियों को क्यों नहीं मारा जाना चाहिए था

विपक्ष के वॉकआउट से पहले शाह ने कहा, 'कल आप (कांग्रेस) पूछ रहे थे कि वे (पहलगाम के आतंकवादी) आज ही क्यों मारे गए? उन्हें कल क्यों नहीं मारा जाना चाहिए था? क्योंकि राहुल गांधी को अपना भाषण देना था? ऐसा नहीं चला. पूरा देश देख रहा है कि कांग्रेस की प्राथमिकता राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद का खात्मा नहीं बल्कि पॉलिटिक्स, वोट बैंक और तुष्टिकरण की है.'

संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली. कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, "पीएम मोदी सदन में आकर बात रखें. कई सवाल उनसे संबंधित हैं. अगर वो सदन में नहीं आते हैं तो यह सदन का अपमान है." जवाब में अमित शाह ने कहा, "विपक्ष की मांग और स्टैंड दोनों सही नहीं है. ये बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में तय हुआ था कि सरकार जिससे चाहे जवाब दिलवा सकती है. विपक्ष इसलिए वॉकआउट कर रहा क्योंकि ये सुन नहीं सकते कि इन्होंने 10 साल में अपने वोट बैंक बचाने के लिए क्या-क्या किया है." इस दौरान कांग्रेस, टीएमसी और आरजेडी ने सदन से वॉकआउट किया.

ऑपरेशन महादेव की सफलता

अमित शाह ने ऑपरेशन महादेव पर बोलते हुए कहा, "इस ऑपरेशन में 3 आतंकी मारे गए. आतंकी सुलेमान पहलगाम हमले में शामिल था. उसकी ही बंदूक से गोलियां चली थीं. देश की सेना ने उसे पाकिस्तान भागने नहीं दिया." उन्होंने बताया कि लश्कर-ए-तैयबा का हेडक्वार्टर ऑपरेशन सिंदूर में ध्वस्त किया गया. शाह ने कहा, "मुझे कई लोगों के मैसेज आए थे कि जब ये आतंकी मारे जाएं तो इनके माथे पर गोली मारना. जब ये आतंकी मारे गए तो इनके माथे पर ही गोली मारी गई."

कांग्रेस पर निशाना

शाह ने कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम पर तंज कसते हुए कहा, "चिदंबरम किसे बचाना चाहते थे. जिस दिन इन्होंने सवाल पूछे उसी दिन ये तीन आतंकी मारे गए." उन्होंने कांग्रेस पर हिंदू-मुसलमान के चश्मे से मुद्दों को देखने का आरोप लगाया और कहा, "कोई कहता है कि आतंकी आज ही क्यों मारे गए. मैं पूछना चाहता हूं कि इन्हें कितना जिंदा रखना चाहते हो."

कश्मीर में आतंकवाद पर कड़ा रुख

शाह ने कहा, "मैं आतंकियों को संदेश देना चाहता हूं कि कितनी भी कोशिश कर लो, कश्मीर आतंकवाद से मुक्त होकर रहेगा." उन्होंने बताया कि पहलगाम हमले के बाद एनआईए ने खाली कारतूस बरामद किए, जिनकी चंडीगढ़ लैब में जांच से पुष्टि हुई कि हमले में यही हथियार इस्तेमाल हुए. शाह ने कहा, "मोदी जी ने 24 अप्रैल को बिहार में कहा था कि पहलगाम हमला भारत की आत्मा पर है. आतंकियों को मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है."