उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले के ग्रेटर नोएडा में हुई किडनैपिंग की एक घटना से हर किसी को हैरान कर दिया है. 1 मई को हुई किडनैपिंग की यह घटना सीसीटीवी में कैद हुई थी, वीडियो में देखा गया कि किस तरह 15 साल के लड़के कुणाल को कुछ लोग एक कार में बिठाकर ले गए. अब 4 दिन बाद उस लड़के की लाश मिलने पर पुलिस और कानून-व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. चार दिन में पुलिस कुणाल का कोई पता नहीं लगा पाई और आखिर में उसकी लाश बुलंदशहर में एक नहर के किनारे मिली. पुलिस हर मामले की तरह यही कह रही है कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपी पकड़े जाएंगे.
रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा निवासी कृष्ण कुमार रेस्तरां संचालक हैं. 1 मई को उनके बेटे कुणाल को रेस्तरां के पास से ही एक गाड़ी में किडनैप कर लिया गया. किडनैपिंग की शिकायत कृष्ण कुमार ने थाना बीटा 2 की पुलिस को दी. पुलिस ने एफआईआर दर्ज करके इस मामले की जांच भी शुरू कर दी. पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी इकट्ठा किए और उनकी जांच की गई.
एक सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि एक सफेद कार से आए कुछ लोगों ने कुणाल को कार में जबरदस्ती बिठा लिया. शुरुआत में पुलिस कह रही थी कि ऐसा लग रहा है कि कुणाल खुद उनके साथ गया है. हालांकि, जब कुणाल का कुछ पता नहीं चला तो पुलिस ने 10 टीमें बनाईं और इस केस की जांच शुरू कर दी. हालांकि, चार दिन में भी पुलिस कुणला का कोई सुराग नहीं लगा सकी.
जांच में यह भी सामने आया कि किडनैपिंग में जिस कार का इस्तेमाल किया गया उस पर किसी बाइक की नंबर प्लेट लगाई गई थी. अब पुलिस पर आरोप हैं कि उसने जांच में लापरवाही की जिसके चलते कुणाल की जान चली गई. 4 दिन बाद कुणाल का शव बुलंदशहर की एक नहर के पास से बरामद हुआ है.
इस केस में जॉइंट पुलिस कमिश्नर शिवहरि मीणा का कहना है कि लड़के को ढूंढने के लिए सर्विलांस और टेक्निकल टीमें जांच में लगी थीं, कुछ लोगों से पूछताछ भी की गई थी लेकिन अब उसका शव नहर कि किनारे मिली. उन्होंने आगे कहा, 'हमें कुछ लीड मिली है, जल्द ही सभी आरोपी पकड़े जाएंगे.'